लगानी पड़ रही है लम्बी लाईने खाद पाने अन्नदाताओं को
खाद के पर्याप्त स्टॉक होने का किया जा रहा दावा, तीन से चार घंटे लाईन में व्यतीत होता है समय
जिले के कई समितियों के उर्वरक का टोटा है। जबकि जिला मुख्यालय बैढ़न के समीपी कचनी गोदाम में पर्याप्त मात्रा यूरिया एवं डीएपी खाद होने का प्रशासन के द्वारा दावा किया जा रहा है। फिर भी अन्नदाताओं को उर्वरक पाने के लिए लम्बी कतार में खड़े होकर जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
दरअसल कचनी स्थित विपणन विभाग के गोदाम में उर्वरक यूरिया, डीएपी खाद एवं अन्य कल्चर लेने के दूर-दूर से किसान सुबह से पहुंच जाते हैं। जहां गोदाम के सामने किसानों की लम्बी लाईन देखकर बड़े-बड़े लोगों के भी पसीने छूटने लगते हैं। आलम यह है कि खाद के लिए 100 मीटर से अधिक दूरी की लाईन लगती है। हालांकि यह कोई नई बात नही है। उक्त गोदाम में उर्वरक सहित अन्य बीज पाने के लिए किसानों को लम्बी लाईन में खड़ा होना आम बात हो चुकी है।
अन्नदाताओं के बीच चर्चा यही रहती है कि समितियों में आसानी से उर्वरक नही मिलती। इस संबंध में कचनी गोदाम में खाद व बीज लेने आये अश्वनी कुमार पाण्डेय ग्राम बिहरा, उर्मिला द्विवेदी कर्सुआ डाड़, रामलाल केवट ग्राम ढेकी, अर्जुन प्रसाद शाह माड़ा निवासी माड़ा ने बताया कि सुबह से लाईन में खड़ा हॅू। इतनी लम्बी लाईन हो जा रही है कि खाद, यूरिया व अन्य सामग्री पाने के लिए तीन से चार घंटे तक जूझना पड़ता है। ऐसा नही है कि खाद नही मिल रही है। किन्तु समय बर्बाद हो रहा है। पिछले दिनों कलेक्टर भी गोदाम का निरीक्षण करने आये थे। इतनी लम्बी जो कतारे लग रही हैं। उसका सामाधान नही किया जा रहा है। 30 से 40 किलोमीटर दूर तक के किसान कचनी गोदाम खाद लेने आ रहे हैं। किसानों ने इस समस्या से निजात दिलाने कलेक्टर से मांग की है।