रास लीला में छिपा है भक्ति का सार तत्त्व–श्री महराज…

रास लीला में छिपा है भक्ति का सार तत्त्व–श्री महराज…
भागवत कथा के छठवें दिन भगवान कृष्ण के रासलीला प्रसंग में सम्मोहित हुए श्रोता…
संजय सिंह मझौली पोल खोल
जिले के नगर क्षेत्र मझौली के थाना परिषद के पीछे आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन 15 अप्रैल मंगलवार को भगवान कृष्ण के रासलीला कथा का वर्णन करते हुए व्यास पीठ से श्री महाराज ने कहा कि भगवान कृष्ण के द्वारा गोपियों के साथ जो रासलीला की गई है उसमें भक्ति का सार तत्व छिपा है क्योंकि जन्म जन्म तक जो मुनि महात्मा जप और तपस्या करते हैं लेकिन अंत समय में उनके मुख से भी राम नाम का उच्चारण नहीं हो पाता है लेकिन गोपियों ने ना तो साधना किया ना जोग जप किया और ना ही तपस्या किया सिर्फ निर्मल प्रेम भाव से भगवान कृष्ण के प्रति समर्पण दिखाया जिस कारण भगवान कृष्ण ने संसारी लोक परंपरा की परवाह किए बिना उनके साथ रासलीला कर दुनिया को संदेश दिया कि निर्मल भक्ति से असंभव से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।प्रसंग में भजन भी गाया गया कि परम प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा,अपना मान भले टल जाए भक्त का मान ना टलते देखा।
वहीं कथा प्रसंग में श्रोता भी सम्मोहित होकर कथा का रसपान कर रहे हैं।जबकि पूरा क्षेत्र इन दिनों भक्ति भाव में डूबा हुआ दिख रहा है।व्यासपीठ से नागेंद्र किंकर ध्रुव जी के मुखारविंद से अमृतस्वरूपी वाणी से कथा प्रसंग का व्याख्यान दिया जा रहा है।
बताते चलें कि नियन्ता की कालजयी दृष्टि से कलुपित चेतना को शुद्ध करने के लिए मझौली की पावनधरा में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानामृत ज्ञान यज्ञ दंण्डी संन्यासी बालयोगी अनंत श्री विभूषित परमहंस परिब्राजकाचार्य निर्भयानंद सरस्वती प्रतिवाद भयंकर आचार्य जी महाराज धर्म संघ काशी सम्पति तिलक नगर पडरा जिला सीधी के सानिध्य में वार्ड वार्ड क्रमांक 12 नगर परिषद मझौली थाना के पीछे भागवत ज्ञान यज्ञ जारी है।
जिसका भव्य शुभारंभ विगत दिवस 10 अप्रैल को समारोह पूर्वक वैदिक रीति एवं परंपरा के तहत किया गया था।