
पश्चिमी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने युवाओं से समाज और राष्ट्र के लिए योगदान देने का आह्वान किया
पोल खोल चंडीगढ़
(मनोज शर्मा)
राष्ट्र निर्माण में पंजाब की महत्वपूर्ण भूमिका और भारतीय सेना में इसके असाधारण योगदान पर केंद्रित एक सेमिनार चंडीमंदिर सैन्य स्टेशन में आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग,सामाजिक-आर्थिक विकास और प्रतिभा पलायन जैसी समकालीन चुनौतियों का समाधान करना था।
सेमिनार में राज्य प्रशासन,सेना(सेवारत और सेवानिवृत्त),नार्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो और सिविल संगठनों के प्रतिष्ठित पैनलिस्ट और विषय विशेषज्ञों ने चर्चा की । पैनल ने राष्ट्रीय सुरक्षा,देश के समृद्ध इतिहास,सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक गौरव से लेकर वर्तमान चुनौतियों तक के अपने सफर में पंजाब के योगदान की समीक्षा की और आगे का रास्ता सुझाया।
पश्चिमी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने देश व समाज में कायाकल्प लाने पंजाब के युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उनको विकास की मुख्य धारा में शामिल होने का आह्वान किया। पैनलिस्टों की अंतर्दृष्टि और सुझावों की सराहना करते हुए उन्होंने सभी वर्गों से समाज और राष्ट्र के प्रति पूरी निष्ठा से योगदान देने का आग्रह किया।
संगोष्ठी में राज्य को प्रभावित करने वाले आर्थिक संकट,राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके प्रभावों सहित मादक द्रव्यों के सेवन के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव और इस खतरे को रोकने में समाज की भूमिका पर चर्चा की गई। पैनल ने भारतीय सेना में भर्ती में इन चुनौतियों के प्रभाव पर भी चर्चा की। अर्थशास्त्रियों,गैर सरकारी संगठनों और सेना वेटरन्स द्वारा आर्थिक पुनरुत्थान,सामाजिक सुधार,प्रतिभा पूल को बनाए रखने,सेना भर्ती बढ़ाने,मादक द्रव्यों के सेवन को कम करने के उपायों के लिए कार्रवाई योग्य रणनीतियाँ प्रस्तावित की गईं। वेटरन्स ने सेना की रीढ़ के रूप में पंजाब के युवाओं की क्षमता पर प्रकाश डाला, जबकि सरकारी अधिकारियों ने युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए सतत विकास और कौशल-आधारित पहल के उपायों का प्रस्ताव रखा।