भागवत ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ में निकली ऐतिहासिक कलश यात्रा…

भागवत ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ में निकली ऐतिहासिक कलश यात्रा…
16 को कथा समाप्ति, 17 को हवन एवं भंडारा…
संजय सिंह मझौली पोल खोल
सीधी: नगर क्षेत्र मझौली में आज 10 अप्रैल से श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ अवसर पर विशाल एवं ऐतिहासिक कलश यात्रा निकाली गई एवं भागवत कथा का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बैठकी कराकर कथा का शुभारंभ किया गया।।कथा की समाप्ति 16 को एवं 17 को हवन एवं भंडारा का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
बताते चलें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 10 अप्रैल को सुबह कलश यात्रा का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था जहां क्षेत्र के धर्मावलंबी एवं सनातन धर्म व परंपरा को मानने वाले स्त्री–पुरुष,बालक –बालिका एवं गणमान्य नागरिक भारी संख्या में बड़े ही उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।जहां गाजे बाजे एवं डीजे के साथ एक रथ में भगवान कृष्ण की झांकी एवं दूसरे में कथावाचक एवं संत महात्मा को विराजमान कर कलश यात्रा निकाली गई जहां जगह-जगह पटाखे फोड़ कर आतिशबाजी भी की गई।कलश यात्रा थाने के सामने से मुख्य बाजार होते हुए राम मंदिर तिराहा से मड़फहा देवी मंदिर होते हुए शिव धाम महान घाट पहुंची जहां से कलश में जल भरकर यात्रा फिर मुख्य बाजार होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंची।
ऐतिहासिक रही कलश यात्रा
कलश यात्रा को लेकर नगर क्षेत्र मझौली सहित अंचल में भी खास चर्चा रही कि इस तरह की कलश यात्रा अभी तक नहीं देखी गई है जहां लगभग 1 किलोमीटर तक यात्रा की कतार लगी रही जिसमें कलश एवं धर्म ध्वजा लिए महिला पुरुष सामिल थे और सैकड़ो की तादात में चार पहिया वाहन भी सामिल रहे। ऐसे में इस कलश यात्रा को लोगों द्वारा ऐतिहासिक माना जा रहा है जिसे लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा।
कार्यक्रम थाना के पीछे वार्ड नंबर 12 में आयोजित है जिसमें आध्यात्म के तत्व ज्ञानी दंडी संन्यासी बाल योगी अनंत श्री विभूषित परमहंस परिव्राजकाचार्य निर्भयानंद सरस्वती प्रतिवाद भयंकर आचार्य जी महाराज धर्म संघ काशी संपति तिलक नगर पड़रा जिला सीधी (मध्य प्रदेश) के सानिध्य में शुभारंभ हुआ। वहीं कथावाचक नागेंद्र किंकर (ध्रुव जी महाराज) रहेंगे जिनके शुमधुर वाणी से अमृत स्वरूपी भागवत कथा प्रसंग का प्रवचन व्यास पीठ से किया गया जो मन,आत्मा एवं वाणी को पवित्र कर आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।
कार्यक्रम सार्वजनिक जन सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।कार्यक्रम में पूजन एवं परायण का समय सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा जबकि कथा प्रवचन अपरांह 3:00 से 6: 00 बजे शाम तक निर्धारित किया गया है।