खानापूर्ति तक सीमित रह गया सतना जिले में लगा पुस्तक मेला…!

नहीं मिली अभिभावकों को स्कूलों की सभी किताबें, सरकारी किताब थमा कर प्राइवेट किताबों के लिए बुलाया गया अपनी-अपनी दुकान…!
अमर रिपब्लिक सतना। मुख्यमंत्री के आदेश पर सभी स्कूलों की किताबें सभी दुकान में मिलनी चाहिए इसकी घोषणा पिछले वर्ष जबलपुर में बड़ी कार्यवाही के बाद हुई थी।लेकिन सतना जिले में मुख्यमंत्री और कलेक्टर को गुमराह करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने खानापूर्ति तक पुस्तक मेला लगवा कर सतना जिले की जनता के साथ बड़ा स्कैम किया है।
और मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार कर अभिभावकों को लूटा जा रहा है। वेंकट टू में लगे पुस्तक मेले में जब अविभावक स्कूलों की किताब मांगने पहुंचे तो दुकानदारों ने सरकारी किताब थमाते हुए कहा कि और किताबें हमारी दुकान से मिलेगी कृपया वहीं से किताब ले लें,तो फिर काहे के लिए यह पुस्तक मेला लगाया गया है, जब अभिभावक को चार चक्कर पुस्तक मेला और दुकान के ही लगाने थे तो…?
पिछले वर्ष भी इसी तरह जिला कलेक्टर को गुमराह किया गया था इस साल भी पुस्तक मेला का आयोजन तो जरूर हुआ है लेकिन अभिभावकों के साथ छलावा अभी भी उसी तरह जारी है।