मिला सिलेंडर रेलवे ट्रैक पर
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस पलटाने की साजिश की जांच करने में पुलिस और एटीएस की टीमें जुटी हैं। इसका खुलासा करने के लिए पुलिस की ओर से पांच टीमों का गठन किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने दो हिस्ट्रीशीटरों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे लाइन पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराई थी, जिसके बाद ट्रेन खड़ी हो गई थी। रेलवे लाइन पर सिलेंडर आखिर किसने रखा था। इसकी पुलिस जांच कर रही है। जो मिठाई के डिब्बे में पेट्रोल और बारूद बरामद किया था और जहां से माचिस मिली है, उसकी भी जांच की जा रही है। इसकी जांच के लिए एक टीम गठित की गई है।
पुलिस ने बताया कि 8 सितंबर रात को अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे भरे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी जिसके बाद उसने ब्रेक लगाया, लेकिन उसके बाद भी ट्रेन पर काबू नहीं किया जा सका और ट्रेन उससे टकरा गई, जिसके बाद तेज आवाज हुई। लोको पायलट के मुताबिक, इस घटना के बाद ट्रेन को रोक दिया और गार्ड समेत अन्य अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी गई।
जानकारी मिलते ही रेलवे अधीक्षक, आरपीएफ और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जांच की गई तो झाड़ियों में पुलिस को एलजीपी का एक सिलेंडर, मिठाई के डिब्बे में पेट्रोल की बोतल और बारूद के साथ माचिस जैसे कई घातक पदार्थ मिले। ट्रेन को आधा घंटा रोकने के बाद रवाना कर दिया गया। पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने जांच पड़ताल की। सभी संदिग्ध वस्तुओं को जांच के लिए भेज दिया गया है।
वहीं बीजेपी सांसद ने कहा कि जिस तरह से रेलवे को लगातार अराजक तत्वों द्वारा निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है, वह ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखकर रेल दुर्घटना करवाने की कोशिश की गई है। वंदे भारत पर पत्थरबाजी के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। मैं जनता को यकीन दिलाना चाहता हूं कि सुरक्षा एजेंसी और पुलिस इस पर नजर रख रही हैं और ऐसे देश विरोधी अराजक तत्वों के खिलाफ हमारी सरकार सख्त एक्शन लेगी।