पोल खोल चंडीगढ़ ।
(मनोज शर्मा)
प्रसिद्ध कवि और लेखिका डॉ. साज़ीना खान ने चंडीगढ़ में एक विशेष कार्यक्रम में अपने नवीनतम काव्य संग्रह, ‘थ्रू द डेस्पेयर्स’ का विमोचन किया।अपने भावपूर्ण और सोचने पर मजबूर कर देने वाले काम के लिए जानी जाने वाली डॉ. खान की नई किताब पाठकों को मानवीय अनुभव की भावनात्मक जटिलताओं की गहन खोज प्रदान करती है।
‘थ्रू द डेस्पेयर्स’ में डॉ. खान ने दुःख,लचीलेपन ( रिजिलिएंस)और जीवन की कठिनाइयों का सामना करने वाली ताकत के विषयों पर गहराई से प्रकाश डाला है। संग्रह की प्रत्येक कविता प्यार, हानि और अर्थ की खोज की अक्सर अनकही भावनाओं का प्रतिबिंब है। उनके शब्द निराशा के सार को खूबसूरती से कैद करते हैं,फिर भी वे आशा की झलक प्रदान करते हैं और पाठकों को मानवीय भावना की स्थायी शक्ति की याद दिलाते हैं।
अपने विचारोत्तेजक और गहन व्यक्तिगत छंदों के माध्यम से,डॉ. खान की कविता पाठकों को आत्म-चिंतन और साझा अनुभव की यात्रा पर ले जाती है, जो दर्द को सुंदरता के स्रोत में बदल देती है और अंधकार के बीच सांत्वना प्रदान करती है।”
‘थ्रू द डेस्पेयर्स’ महज कविताओं का संग्रह नहीं है; यह मानवीय सरलता और जीवन के सबसे कठिन पलों में भी शांति पाने की प्रभावपूर्ण प्रमाण है।
चंडीगढ़ में जन्मी और अब दुबई में रहने वाली डॉ. साज़ीना खान ने खुद को साहित्य की दुनिया में एक अग्रणी आवाज के रूप में स्थापित किया है। दोहरी डॉक्टरेट और चार मास्टर डिग्री के साथ, वह अपनी शैक्षणिक गहराई को अपनी काव्यात्मक कलात्मकता के साथ मिश्रित करने के लिए जानी जाती हैं। उनका पहला कविता संग्रह, द चैंबर ऑफ एक्सप्रेशंस,अमेज़न बेस्टसेलर बन गया,इसके बाद फ्रॉम शैडोज़ टू सोल्स और इकोज़ ऑफ़ द हार्ट जैसी समीक्षकों द्वारा प्रशंसित रचनाएँ आईं।
प्रतिष्ठित इंटरनेशनल लिटरेरी आइकॉन अवार्ड और इंडिया इन्फ्लुएंसर अवार्ड 2024 सहित 53 अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता,डॉ. खान एक प्रसिद्ध साहित्यिक हस्ती हैं। वह यूएई बुक फ़ोरम की संस्थापक भी हैं, जो साहित्यिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है और साहित्यिक समुदाय में उभरती आवाज़ों का पोषण करती है।
डॉ. खान का काम दुनिया भर के पाठकों को प्रेरित करना जारी रखता है,’थ्रू द डेस्पेयर्स’ ने समकालीन कविता में एक शक्तिशाली आवाज़ के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है।