पुलिस तफ्तीश में जुटी ड्रोन से हमले के मामले में
शर्मा कॉलोनी बैढ़न का मामला, ड्रोन से गोलियां चलाने का है शिकायत
कोतवाली के समीपी शर्मा कॉलोनी में एक छोटे व्यवसायी के घर में ड्रोन से गोलिया चलाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस तफ्तीश में जुट गई है। अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। लीेकिन उक्त घटना को लेकर कस्बे में तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही है। वही ड्रोन कैमरे का ऑपरेट कहां से हो रहा है। पुलिस इन्ही तथ्यों को खोजबीन करने में लगी हुई है।
बैढ़न शहर के शर्मा कॉलोनी निवासी एक गुप्ता के घर पर ड्रोन से गोलियां चलाई जा रही हैं। बीते 4 नवंबर को कारोबारी के घर पर ड्रोन के जरिए हमला किया गया था। इसकी शिकायत कारोबारी गुप्ता परिवार ने कोतवाली पुलिस को दिया था। शिकायत के बाद दो दिन तक सबकुछ शांत हो गया। फिर इसके बाद शनिवार की रात कारोबारी के घर के आंगन में ड्रोन आया और लगातार गोलियां चलाकर वापस लौट गया।
इस घटना के बाद कारोबारी का परिवार दहशत में आ गया है। ड्रोन से हमला की शिकायत कारोबारी ने दूसरी दफा कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर हकीकत जानने के प्रयास में जुटी रही। वही आज रविवार की शाम भी कारोबारी के घर में डेरा डाली रही। जहां उसे आकाश में तारानुमा यंत्र दिखाई तो दे रहा है। मगर पुलिस उसका पता नहीं लगा पा रही है कि यह कौन सा यंत्र है और कहां से ऑपरेट हो रहा है। लेकिन शिकायतकर्ता ने जिस तरह से कोतवाली पुलिस के यहां शिकायत किया है। संभवत: प्रदेश में इस तरह का अजूबा घटना है। पुलिस हर बिन्दुओं पर तथ्य को संकलन करने में लगी हुई है।
गोलियों के छर्रें को पुलिस दिया
जानकारी के अनुसार उक्त मोहल्ले में ड्रोन से चलाई गई गोलियों के छर्रे पीड़ित परिवार ने इक_ा कर उसे पुलिस को सौंप दिया है। गनीमत रहा कि ड्रोन से चलाई जा रही गोली गुप्ता परिवार के किसी सदस्य को नहीं लगी है। बताया गया है कि 6 नवंबर को घर के आंगन में कांच की खिड़की को ड्रोन काट रहा था। इसकी भनक परिवार के सदस्यों को लगी तो गुलेल से ड्रोन को मारा। इसके बाद ड्रोन से ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगी। पुलिस भी हैरत में है कि आखिर यह सब कैसे हो रहा है। रविवार की शाम कोतवाली पुलिस कारोबारी के घर पहुंचकर ड्रोन को देखने के प्रयास में जुटी है।
इनका कहना
इस मामले में अभी तथ्यात्मक कुछ कहना मुश्किल लग रहा है। लगातार पुलिस जांच में जुटी है। मगर ऐसी कोई गतिविधि का अनुमान उससे नहीं लगाया जा सकता है। 4-5 दिनों तक उसे सत्यापन करने के बाद फिर आगे कार्रवाई की जाएगी।
निवेदिता गुप्ता
पुलिस अधीक्षक, सिंगरौली