जननी एक्सप्रेस योजना में बदलाव, अब एक से दूसरे ब्लॉक में नहीं जा पाएगी एंबुलेंस…
लेनी होगी वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति,आमजन को होना होगा परेशान
जननी एक्सप्रेस योजना में बदलाव, अब एक से दूसरे ब्लॉक में नहीं जा पाएगी एंबुलेंस…
सीधी:- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जननी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस के नियमों में बदलाव किया है। अब यह वाहन एक ब्लॉक से दूसरी ब्लॉक में मरीजों को लेकर नहीं जा पाएगा। दूसरे ब्लॉक के अस्पताल में मरीज को ले जाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। इस बदलाव की जानकारी लोगों तक नहीं पहुंचने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ रहा है।
इस मामले में एनएचएम द्वारा जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को आदेश जारी किया है। इसमें बताया गया है कि प्रसुताओं को छोडने के लिए जननी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस अब एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में नहीं जा पाएगी। नए आदेश में जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस की दूरी तय कर दी गई है। ऐसे में अब जिला चिकित्सालय में यदि कोई गर्भवती महिला को सेमारिया और बहरी से आती है और डिलीवरी के बाद उसे वापस अपने गांव जाना है, तो पहले जैसी सुविधा उसे नहीं मिल पाएगी, क्योंकि यहां पर नए आदेशों के तहत अब कोई भी गर्भवती महिला को एंबुलेंस अपने ब्लॉक के तहत ही छोड़ सकती है। यदि वहीं पर किसी गांव में प्रसूता को छोडने जाना है तो वरिष्ठ अधिकारियों से लिखित अनुमति लेनी होगी, तभी 108 एंबुलेंस सेवा की सुविधा मिल सकेगी।
लोगों को नहीं है जानकारी
इस आदेश की जानकारी अभी ज्यादा लोगों को नहीं है। यही कारण है कि जब भी 108 एंबुलेंस के चालक या फिर भोपाल कॉल सेंटर पर कॉल लगाने के बाद जब उनसे एंबुलेंस के लिए मना किया जाता है। तब वह अपनी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर करते हैं। 108 एंबुलेंस के डीएम अभिनाश तिवारी ने बताया कि यह आदेश ऊपर से जारी हुआ है, लेकिन जब भी किसी प्रसूता के परिजनों से मना किया जाता है। तो वह एंबुलेंस चालक से विवाद करने लगते हैं।
पूरे जिले से अस्पताल आती हैं प्रसूताएं
जिला चिकित्सालय में न सिर्फ सभी ब्लॉको, बल्कि पूरे जिले के विभिन्न तहसीलों और गांव से प्रसुताओं को रेफर किया जाता है।
पहले यह था नियम
जननी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक लाने और आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए डिजाइन की गई है। जननी सुरक्षा योजना और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत महिलाओं को प्रसव के बाद घर तक छोड़ने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की जाती रही है।
फैक्ट फाइल:-
जिले में कुछ जननी एक्सप्रेस-19