कहीं दिन में भी जल रही स्ट्रीट लाइट तो कहीं रात को अंधेरे में गुम सड़कें…

बर्बादी :नपा के जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं परवाह….
कहीं दिन में भी जल रही स्ट्रीट लाइट तो कहीं रात को अंधेरे में गुम सड़कें…
सीधी:- शहर की स्ट्रीट लाइटों का हाल बेहाल है। स्थिति ये है कि कई इलाकों में तो अखंड ज्योति की तरह दिन में भी जल रहीं, तो कई स्थान ऐसे हैं,जहां एक सप्ताह से स्ट्रीट लाइटें खराब होने की वजह से जल ही नहीं रहीं। यहां शाम होते ही घुप अंधेरा छा जा रहा है। दोनों ही मामलों में नपा के संबंधित अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। जहां 24 घंटे लाइट जल रही, वहां नपा को ही बिजली बिल के रूप में लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर जहां लाइट नहीं जल रही, वहां के रहवासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
शहर में स्ट्रीट लाइट को मेंटेन करने का काम नगर पालिका का है।लेकिन नगर पालिका स्ट्रीट लाइट सुधार कराने के बजाय लापरवाही बरती जा रही है।
दरअसल शहर में ऐसे कई इलाके है,जहां स्ट्रीट लाइटें दिन में भी,यानी 24 घंटे जल रही हैं। जबकि अधिकांश ऐसे इलाके हैं, जिसमें विशेष रूप से नगर पालिका से जुड़े मुख्य मार्ग सहित अन्य क्षेत्रों में तो ज्यादातर स्थानों में करीब एक माह से स्ट्रीट लाइट जल ही नहीं रही हैं। शाम होते ही इन क्षेत्रों में अंधरा छा जा रहा है।
इससे दुर्घटना व चोरी के मामले भी अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा ज्यादा बढ़ रहे हैं।बतादें कि शहर की मुख्य मार्ग सहित मिनी स्मार्ट सिटी के तहत बनाई गई सूखा नाला मार्ग से गोपालदास मंदिर मार्ग की स्ट्रीट लाइट अधिकतर बंद ही रहती हैं।जबकि इस मार्ग मे एक दर्जन से अधिक कोचिंग सेंटर संचालित हो रही हैं।जहां एक सैकड़ा छात्र-छात्राओं का प्रतिदिन इसी मार्ग से गुजरना होता है।इसे लेकर लगातार नगर पालिका के संबंधित अधिकारियों से शिकायत के बाद भी अनदेखी की जा रही है।
अस्पताल चौक मार्ग से न्यू बस स्टैंड मार्ग में अनदेखी:-
शहर का मुख्य मार्ग क्षेत्र में ज्यादातर स्थानों में स्ट्रीट लाइटें एक सप्ताह से खराब हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यहां स्ट्रीट लाइट की मांग को लेकर लगातार जिला प्रशासन से लेकर नगर पालिका तक के अधिकारियों से गुजारिश करते हुए शिकायत कर चुके हैं, फिर भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। इसी तरह सूखा नाला मार्ग से लेकर गोपालदास मार्ग से पहुंच मार्ग में भी स्ट्रीट लाइटें खराब होने से रात में लोगों को आनेजाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।लिहाजा शाम होने के बाद इस रास्ते से महिलाओं और बच्चों को गुजरना मुश्किल हो रहा है। लगातार शिकायतों के बाद भी संबंधित अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है।