परिषद बैठक का मुद्दा नदारत विधायक और पार्षदों के वन टू वन से
बुरहानपुर। शहर विकास को लेकर पार्षदों के साथ वन टू वन में शहर की खस्ता हाल सड़कों वार्डों के विकास को लेकर लंबी चर्चा हुई जिसमें महापौर और निगम अध्यक्ष उप नेता प्रतिपक्ष 40 के लगभग पार्षद आयुक्त और एसडीएम ने इस बैठक में भाग लिया
यहां विधायक अर्चना चिटनीस दीदी ने सभी पार्षदों से खुलकर बात की सभी पार्षदों ने जल आवर्धन सीवरेज योजना से शहर की सड़कों के खोदे जाने का मुद्दा उठाकर मार्गो के निर्माण की बात की जिस पर विधायक ने पार्षदों को आश्वस्त किया कि जल्द शहर में करोड़ों की लागत से नए रोड निर्माण होंगे शहर की खस्ता हाल सड़कों को लेकर विपक्षी पार्षद दल भारी विरोध नगर निगम आयुक्त सहित कलेक्टर को विज्ञापन दे कर महापौर और आयुक्त के पुतला दहन की चेतावनी भी दे चुका है
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इसके साथ परिषद की बैठक बुलाने की मांग भी की गई जिसके चलते पार्षदों से प्रश्न भी मांगे गए लेकिन जुलाई माह के अंत में आहूत होने वाली बैठक नहीं हुई विधायक के वन टू वन में पक्ष और विपक्ष के 40 से अधिक पार्षद मौजूद रहे विपक्ष के भी लगभग सभी पार्षद उपनेत प्रतिपक्ष यहां मौजूद लेकिन विड़बना यह की विपक्ष के उप नेता सहित किसी पार्षद ने विधायक के इस वन टू वन में महापौर से
यह नहीं पूछा कि परिषद की बैठक क्यों नहीं आहूत की गई यहां शहर विकास को लेकर तथा नई योजनाओं और सड़क निर्माण के प्रस्ताव का मुद्दा परिषद की बैठक से जुड़ा है तो फिर महापौर परिषद की बैठक क्यों नहीं बुला रही है इसको लेकर विधायक के वन टू वन के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा का मुद्दा गर्म हो गया है
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विधायक की अति महत्वपूर्ण बैठक में विपक्षी पार्षद इस मुद्दे को क्यों नहीं उठा सके यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या सड़क के गड्डों के साथ राजनीतिक गड्डों की भी भरपाई हो गई है जिसके चलते परिषद की बैठक का मुद्दा हवा हवाई होकर रह गया परिषद की बैठक पिछले वर्ष अक्टूबर माह में हुई थी तब से अब तक केवल बैठक के आहत करने पर राजनीति हो रही है और शहर की जनता अपनी मूल भूत सुविधाओं से महरूम होकर जिम्मेदारों को,,,,,,,,,,,!