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एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला सम्पन्न फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर

(अमन सिंह)

पोल खोल मिर्जापुर

दवा वितरण 1870 टीम व 14 रैपिड रिस्पान्स टीम हुयी गठित

मिर्जापुर। अगस्त माह में चलाये जा रहे संचारी रोग अभियान के तहत विभिन्न बीमारियों से बचाव व फाइलेरिया को लेकर जागरूकता के लिए एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला गुरूवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित विवेकानन्द सभागार में आयोजित किया गया।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर छोटे लाल वर्मा ने गुरूवार को मोर्चाघर कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित कार्यशाला में बताया कि फाइलेरिया नियन्त्रण अभियान को जिले में 10 अगस्त से 02 सितम्बर तक चलाया जायेगा। इसके लिए विभाग की ओर से सारी तैयारियों को पूर्ण कर लिंया गया है। इसके लिए विभाग की ओर से दवा वितरण 1870 टीमों का गठन किया गया है। हर टीम में पांच लोगों को रखा गया है। इसके अलावा 370 सुपरवाइजर को भी इस अभियान में लगाया गया है।

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फाइलेरिया अभियान के तहत एल्बेण्डाजोल उम्र के आधार पर एवं आइवरामेक्टिन लम्बाई के आधार पर खिलाने का कार्य किया जायेगा। इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है। दवा खाने का काम विभाग की ओर से गठित टीम के सामने ही किया जायेगा। दवा खाने के बाद होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए विभाग ने 14 रैपिड रिस्पान्स टीम को भी गठित किया है हर टीम में डाक्टर को लेकर तीन सदस्य को रखा गया है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डॉक्टर मुकेश यादव ने बताया कि दवा खाने के बाद जिन व्यक्तियों में माइक्रोफाइलेरिया के अंश होगे उनको कभी.कभी सर दर्द, बदन दर्द, बुखार, उल्टी एवं खजुली जैसी मामूली परेशानी को उठानी पड़ सकती है । इस प्रकार की परेशानी कुछ दिनों बाद स्वतः ही समाप्त हो जायेगी। यदि किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की परेशानी ज्यादा होती है तो वह अपने नजदीकी केन्द्र पर उपस्थित डाक्टरों से सम्पर्क कर सकता है।

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जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर सजय द्विवेदी ने बताया कि फाइलेरिया रोग क्यूलेक्स मच्छर के काटने से किसी भी उम्र का व्यक्ति इस रोग से ग्रसित हो सकता है। फाइलेरिया की दवा खाने से पेट के कीड़ों को भी खत्म किया जा सकता है अथवा खजुली एवं जूं के खात्मे में मददगार साबित होती है। संक्रमित होने के बावजूद फाइलेरिया के लक्षण दिखाने में कम से कम 5 वर्ष से 10 वर्ष लग जाते है। फाइलेरिया की दवा जिले के हर सामुदायिकध्प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों समेत जिला मलेरिया कार्यालय में भी निःशुल्क उपलब्ध है।

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