जन्माष्टमी उत्सव: भगवान कृष्ण का अभिषेक सोने से सजी चांदी की कामधेनु गाय के दूध से
मथुरा। मथुरा-वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर लाखों लोगों वहां पहुंचे। भारी भीड़ और उत्साह के साथ पहुंचे भक्तों देर रात तक जय नंदलाला,जय गोपाला जपते रहे। मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान पर नंदलाल का 1008 कमल पुष्पों से अर्चन किया गया। 11 बजकर 55 मिनट पर 5 मिनट के लिए पट बंद कर दिए गए थे।
12 बजकर 5 मिनट पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा को गर्भ गृह से बाहर लाया गया। सोने से सजी चांदी की कामधेनु गाय के दूध से भगवान कृष्ण का अभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान को चांदी के कमल पर बिठाकर 5 क्विंटल पंचामृत से स्नान कराया गया। यह अभिषेक रात 12 बजकर 40 मिनट तक चला।
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मथुरा-वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर उमड़ी भीड़ के बीच सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय मथुरा प्रवास में दूसरे दिन सोमवार सुबह श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचे और उन्होंने ठाकुर केशवदेव, गर्भगृह एवं भागवत भवन के युगल सरकार का दर्शन व पूजन कर जगत कल्याण की कामना की। योगी ने पोस्ट में कहा, “पावन नगरी मथुरा में आज योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण और श्री राधा रानी के दिव्य और मनोहारी स्वरूप के दर्शन-पूजन किए।
दुःखभंजन, यशोदानंदन, भगवान श्रीकृष्ण एवं श्री राधा जी की अनुकम्पा संपूर्ण सृष्टि पर बनी रहे, चराचर जगत का कल्याण हो। कृष्ण कन्हैया लाल की जय! वृंदावन बिहारी लाल की जय! बयान के अनुसार योगी ने अपने संबोधन में कहा, आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व है।
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5251 वर्ष पूर्व श्री हरि भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार के रूप में लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण ने मां देवकी व वासुदेव के पुत्र के रूप में इस धरा धाम पर अवतरित होकर धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना का कार्य द्वापर युग में पूर्ण करके श्रीमद्भागवत के शाश्वत मंत्रों के माध्यम से नई संजीवनी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, यही कामना करता हूं कि प्रभु की कृपा से देश व प्रदेश पर सुख, समृद्धि बरसती रहे। पांच हजार वर्ष पूर्व उन्होंने धर्म के पथ का अनुसरण करने, सत्य व न्याय का संदेश दिया था, उस मार्ग का अनुसरण करते हुए हम सभी लोकमंगल व राष्ट्रमंडल के अभियान के प्रति पूर्ण समर्पण भाव के साथ कार्य कर सकें।
योगी ने श्रद्धालुओं के लिए कामना करते हुए कहा, प्रभु आपको इतनी शक्ति दें कि व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन मंगलमय व शुभ हो। आप सभी मिलकर विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए तैयार हो सकें।