सुनील जाखड़ ने दिया इस्तीफा विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका
चंडीगढ़ रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया, जो नाराज चंडीगढ़ से थे। हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर इसी बीच बीजेपी को झटका लगा है। पंजाब में पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपना पद छोड़ दिया है। उन्हें एक साल पहले ही इस पैड की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पार्टी के कागजात से पता चला है कि अभी तक उनका इस्तीफा नहीं दिया गया है। सुनील जाखड़ से संपर्क करना चाहा लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
वहीं इस खुलासे से पंजाब बीजेपी में हलचल मच गई है। पंजाब बीजेपी के महासचिव अनिल सरीन ने कहा कि सुनील जाखड़ ने इस्तीफा नहीं दिया है। ये अफवाह है. जानकारी के मुताबिक वह रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से नाराज चल रहे थे। बिटटूनोमो चुनाव हार गये थे। हालाँकि, बाद में उन्हें राजस्थान से सचिवालय भेजा गया।
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इसके अलावा वह पंजाब में बीजेपी नेताओं के कामकाज के तरीकों से भी नाराज हैं। इस जाखड़ में पिछले हफ्ते मोदी के साथ एक बैठक में पद छोड़ने की इच्छा के बारे में कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक जाखड़ ने जुलाई महीने से ही पार्टी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हालाँकि, वह बीजेपी के सहयोगी अभियान की शुरुआत के समय मौजूद थे। मीडिया विश्लेषक के अनुसार पंचायत चुनाव पर चर्चा और बातचीत को लेकर पार्टी कार्यालय में बैठक जारी हुई। वह भी इसमें नहीं आया।
जब भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने उन्हें फोन किया तो उनका जवाब था कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे और आगे भी किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र के बाद उनकी ओर से पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जापान के राष्ट्रपति ने कहा था कि वह प्रधान पद पर नहीं रहना चाहते हैं। अन्यथा की बातें जाखड़ के बचे रहने की कई वजहें हैं, क्योंकि उनकी लाइन बीजेपी से अलग चल रही है। लोकसभा चुनाव में वह चाहते थे कि बीजेपी अकादी दल के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरे लेकिन बात नहीं बनी।
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बीजेपी के पुराने नेता भी अपने सहयोगी महसूस कर रहे थे। वह हमेशा कहते हैं कि बाहर से आए लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। जाखड़ जिस खाते से पंजाब संगठन में बदलाव चाहते हैं, उस प्रदेश के नेताओं के अलावा केंद्रीय नेतृत्व ने भी सहमति नहीं दी है। जाखड़ का आरोप है कि वह अपने अकाउंट से काम नहीं पा रहे हैं। 15 अक्टूबर को पंजाब में पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है।
15 अक्टूबर को मतदान होना है। इसी दिन परिणाम भी पढ़ें। 27 से 4 अक्टूबर तक पंच व सरपंच पद के लिए नामांकन किया जा सकता है। करीब 4 महीने पहले लोकसभा चुनाव में पंजाब में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन इस बार पार्टी का वोट बढ़ा है। बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बाद तीसरे नंबर पर रही थी। बीजेपी को करीब साढ़े 18 फीसदी वोट मिले थे।