तेलाई में कलेक्टर एवं एसपी का बंगला बनेगा , अंतिम चरण में भूमि सीमांकन
राजस्व कॉलोनी बनाने का है प्रस्ताव, करीब 20 एकड़ है पूरा रकवा,राजस्व अमला है सक्रिय
जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर तेलाई में कलेक्टर-एसपी का बंगला के साथ-साथ राजस्व कॉलोनी भी बनाने का प्रस्ताव है। जहां कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला के निर्देश पर राजस्व अमला उक्त गांव के सरकारी नजूल भूमियों का चयन कर सीमांकन कर सरहद तैयार करने में जोर शोर से लगा हुआ है।
गौरतलब है कि कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का बंगला बिलौंजी में करीब 8 साल पूर्व बना था। लेकिन कलेक्टर व एसपी का बंगला नही द्वितीय एवं तृतीय कर्मचारियों के हिसाब से बंगला होने के कारण कोई भी कलेक्टर एवं एसपी जाना उसमें उचित नही समझा। लिहाजा सिंगरौली जिला गठन के बाद से ही कलेक्टर-एसपी, अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार यहां तक की कई पटवारी एवं अन्य राजस्व कर्मी एनटीपीसी विंध्याचल के कॉलोनी में निवास रत हैं। एनटीपीसी में उक्त अधिकारियों को बंगला एलॉट होने के बाद से ही आये दिन लोग सवाल भी उठाते रहते हैं। इसको देखते हुये कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला ने शहर के आसपास नजूल के भूमि को चिन्हित करने के लिए एसडीएम को निर्देशित किया।
जानकारी के मुताबिक उपखण्ड अधिकारी ने जिला मुख्यालय बैढ़न क्षेत्र के तेलाई में करीब 20 एकड़ सरकारी नजूल की जमीन को चिन्हित कर सीमा बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां कलेक्टर-एसपी, एडीएम, सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के साथ-साथ राजस्व कॉलोनी बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। हालांकि अभी कुछ भूमि सीमांकन का कार्य शेष रह गया है।
इसे भी शीघ्र पूर्ण करने की योजना है। फिलहाल तेलाई में राजस्व कॉलोनी कब बनेगी अभी इसपर कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। लेकिन राजस्व विभाग से जुड़े कुछ अधिकारी-कर्मचारी बताते हैं कि तेलाई में राजस्व कॉलोनी का निर्माण किया जावेगा। जिला प्रशासन का ऐसी मंशा है कि नई पदस्थापना वाले अधिकारी-कर्मचारियों को आवास पर्याप्त उपलब्ध नही है। आवास आवंटन में समस्याएं उत्पन्न हो रही है। इसीलिए आवासीय भवन एवं परिसर का निर्माण कराने का प्रस्ताव है।