इजरायली पीएम नेतन्याहू के निजी आवास पर ड्रोन से हुए हमले में लेबनान के साथ-साथ ईरान का भी हाथ था। स्थानीय मीडिया की तरफ से कहा गया कि यह हमला लेबनान की तरफ से किया गया था, जबकि इसका मास्टरमाइंड ईरान था। रिपोर्ट में कहा गया कि इस हमले के जरिए हिजबुल्लाह के साथ मिलकर तेहरान ने इजरायली पीएम नेतन्याहू को खत्म करने की कोशिश की है। वहीं नेतन्याहू ने कहा कि हमारी सेना ने दो दिन पहले ही हमने आतंकवादी हमास चीफ याह्या सिनवार को मार गिराया था।
आतंकवाद के खिलाफ हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हमला हो या कुछ और कोई भी चीज मुझे अपने देश की रक्षा से रोक नहीं सकती। हमले के बाद इजरायली पीएम के ऑफिस से जारी बयान में कहा गया कि इस हमले के दौरान इजरायली पीएम और उनकी पत्नी कैसरिया मौके पर मौजूद नहीं थी। उनमें से किसी को भी कोई चोट नहीं आई है।
एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी के हवाले से बताया कि नेतन्याहू को खत्म करने की कोशिश करते हुए ईरान ने हिजबुल्लाह की तरफ से यह हमला करवाया था। चैनल के सोशल मीडिया पोस्ट में पहली बार हिजबुल्लाह द्वारा इजरायली पीएम के आवास पर किए गए हमले के बाद पहली बार तेहरान का नाम सामने आया है। इस हमले को लेकर इजरायली सेना ने दावा किया कि लेबनान की तरफ से आए इस ड्रोन के जरिए एक इमारत में विस्फोट किया गया।
इसके अलावा दो और ड्रोन्स भी इस इलाके में मिले थे जिनको इजरायली सेना ने नष्ट कर दिया। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच में लगातार लड़ाई जारी है। शुक्रवार को ही हिजबुल्लाह ने कहा था कि वह इजरायले के ऊपर गाइडेड मिसाइलों से हमले करेगा। हमास चीफ सिनवार और हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान और हिजबुल्लाह दोनों ही बौखलाए हुए हैं। इजरायल भी लगातार किए जा रहे इन हमलों के जवाब में लेबनान में हवाई हमले कर रहा है। पिछले महीने ही इजरायल ने लेबनान की जमीन पर अपनी सेना भी उतार दी थी, जो कि अभी भी लगातार हिजबुल्लाह के लड़ाकों से सीधी जंग लड़ रही है।