हाल ही में यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट और व्हार्टन स्कूल के शोधकर्ताओं द्वारा सबसे शक्तिशाली देशों की एक नई सूची जारी की गई है। इस सूची में देशों की ताकत को 5 प्रमुख मानकों पर आंका गया है, नेतृत्व, आर्थिक प्रभाव, राजनीतिक प्रभाव, अंतरराष्ट्रीय गठबंधन और सैन्य शक्ति। भारत इस सूची में टॉप 10 देशों में जगह बनाने में असमर्थ रहा, लेकिन वह 12वें स्थान पर है। यह रिपोर्ट मार्च 2024 तक जीडीपी के आधार पर तैयार की गई है, जो अर्थव्यवस्था और जनसंख्या के आंकड़ों को प्रमुखता देती है। इस सूची में सबसे ऊपर हैं अमेरिका। अमेरिका की 27.97 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है।
अमेरिका की जनसंख्या 339.9 मिलियन है और यह इस सूची में पहले स्थान पर है। अमेरिका की दुनिया में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय भूमिका है। वहीं दूसरे नंबर पर चीन है। चीन की 18.56 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है। चीन की जनसंख्या 1.42 अरब है, और यह अमेरिका से लगभग 10 ट्रिलियन डॉलर पीछे है। बावजूद इसके, चीन तीसरे स्थान पर है क्योंकि इसका प्रभाव और सैन्य शक्ति विशाल है। रूस की 1.90 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है।
रूस की जनसंख्या 144 मिलियन है। रूस अपनी सैन्य शक्ति और अंतरराष्ट्रीय गठबंधनों के कारण तीसरे स्थान पर है, हालांकि इसकी अर्थव्यवस्था कई देशों से छोटी है। वहीं जर्मनी की 4.70 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है। जर्मनी की जनसंख्या 83.2 मिलियन है और यह चौथे स्थान पर है। इसकी मजबूत अर्थव्यवस्था और यूरोपीय संघ में प्रमुख भूमिका है। ग्रेट ब्रिटेन की 3.59 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है।
ब्रिटेन की जनसंख्या 67.7 मिलियन है और यह पांचवे स्थान पर है। इसके बाद, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जापान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात क्रमशः छठे से दसवें स्थान तक हैं। भारत इस सूची में टॉप 10 देशों में जगह बनाने में असमर्थ रहा, लेकिन वह 12वें स्थान पर है। भारत की जनसंख्या लगभग 1.5 बिलियन है और अर्थव्यवस्था 3.39 ट्रिलियन डॉलर है। हालांकि, भारत अपनी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और क्षेत्रीय प्रभाव के कारण अगले कुछ वर्षों में इस सूची में ऊपर आ सकता है।