कोई दूसरा युग नही है कलयुग से अच्छा : राजन जी महाराज
एनसीएल ग्राउंड बिलौंजी में नौ दिवसीय श्री रामकथा शुरू, 30 अक्टूबर को होगा समापन, पहले दिन ही स्त्रोताओं की उमड़ी भीड़
श्री रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी श्री तुलसीदास महाराज जी कहते हैं कि हम और आप जिस युग में कथा गा रहे हैं और सुन रहे हैं। इस युग का नाम कलयुग है। कलयुग से अच्छा कोई दूसरा युग नही है। हम-आप न तो त्रेता युग और न ही द्वापर युग देखे हैं। हम सब केवल कलयुग देखे हैं। आप विश्वास करेंगे इससे अच्छा कोई युग नही आया ।
यह प्रवचन आज एनसीएल ग्राउंड बिलौंजी में नौ दिवसीय श्री रामकथा के प्रथम दिन देश-विदेश के प्रख्यात कथावाचक श्री राजन जी महाराज ने अपने मुखार बिन्दु से सुनाते हुये कही। श्री राजन महाराज जी ने श्री रामकथा का वर्णन करते हुये कहा कि कलिकाल में केवल भगवत लीला का गुणगान कर के और बिना कुछ किये सागर को पार कर सकते हैं। श्री गोस्वामी तुलसीदास जी इस बात की घोषणा की बात करते हैं कि कुल चार युग हैं। पहला युग सतयुग, दूसरा त्रेता, तीसरा द्वापर एवं चौथा कलयुग है। इन चारों युगों में कलयुग जैसा कोई युग नही है।
कलश यात्रा में महिलाओं की उमड़ी भीड़
श्री रामकथा आरम्भ होने के पूर्व कलेक्ट्रेट के सामने स्थित जुड़वा तालाब से कलश यात्रा निकाली गई। जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व युवतियां शामिल होकर कथास्थल पहुंची। इस दौरान रथयात्रा भी निकाला गया। कलश यात्रा एवं रथ को जगह-जगह शहरवासियों ने स्वागत भी किया गया। इस दौरान सुरक्षा के भी व्यापक इंतजामात किये गए थे। श्री रामकथा की शुरूआत में कथा वाचक श्री राजन जी महाराज ने इस आयोजन के लिए टीआई कपूर त्रिपाठी के साथ-साथ नागेन्द्र प्रताप सिंह बबलू, संतबहादुर सिंह, धीरज सिंह, गौरव सिंह, सतीश सिंह सहित अन्य की तारिफ करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम अचानक तय हुआ और इसके लिए आयोजन समिति धन्यवाद के पात्र हैं।