दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत और पाकिस्तान के बड़े हिस्से पर जहरीली हवा फैलने से संकट मंडरा रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सैटेलाइट तस्वीरों में दिल्ली से लेकर लाहौर तक के इलाके को गैस चैंबर जैसी स्थिति में दिखाया है। स्थिर हवाओं और कम तापमान के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है।
दिल्ली की बिगड़ती हवा से एक्युआई 450 के पार हो गया है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत एक्युआई 406 रहा। आनंद विहार और अशोक विहार में 438 दर्ज किया गया।प्रगति मैदान और आईटीओ जैसे इलाकों में एक्युआई 357 रहा, जिसे खराब श्रेणी में रखा गया है। दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की मोटी परत के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। आंखों और गले में जलन की समस्या उत्पन्न हो रही है।
अस्पतालों में सांस और हृदय संबंधी बीमारियों के मामले सामने आ रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग ने 21 नवंबर तक पंजाब, दिल्ली, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में तापमान में भारी गिरावट का अनुमान लगाया है। ठंड के साथ हवा की गति धीमी होने के कारण प्रदूषण का स्तर और खराब हो सकता है। मौसम प्रदूषण ने इससे बचने के उपाय बताएं हैं। जिसमें कहा गया है कि घर से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें। बच्चे और बुजुर्ग घर के अंदर ही रहें। इनडोर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। मॉर्निंग वॉक या व्यायाम बाहर करने से बचें। आंखों की जलन से बचने के लिए चश्मा पहनें। यह जहरीली हवा केवल आज की समस्या नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक बड़ा खतरा है। सामूहिक प्रयासों से ही इस संकट को दूर किया जा सकता है।