सीधी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मनमानी का आलम।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मनमानी का आलम।
शहडोल जिले से अस्पताल का संचालन कर रहे खंड चिकित्सा अधिकारी।
सीधी मझौली: सीधी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली में कुछ महीनों से मनमानी का आलम छाया रहता है जहां आए दिन मरीज एवं उनके परिजन परेशान और हताश देखे जाते हैं।
लोगों की माने तो परेशानी की मुख्य वजह अस्पताल में पदस्थ खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीएल सागर अपना आवास मझौली से लगभग 120 किलोमीटर दूर शहडोल में बनाए हुए हैं जहां से अस्पताल का संचालन करते हैं और सप्ताह में एक-दो दिन महज कुछ घंटों के लिए आते हैं। बाकी समय कहां रहते हैं पता नहीं ?
यही वजह है कि अस्पताल में पदस्थ अन्य कर्मचारी भी मनमानी पूर्वक ड्यूटी करते हैं जिसका खामियाजा अस्पताल में आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ता है।
शाम टाइम नहीं खुलती है ओपीडी
इस समय काफी ऊमस भरी गर्मी रहती है जिस कारण लोग दोपहर के बजाय शाम टाइम अस्पताल आते हैं लेकिन अस्पताल में डॉक्टर तो मौजूद रहते हैं लेकिन मरीजों के नाम से पर्ची भी नहीं काटी जाती है और ना ही ओपीडी खुलती है जिससे लोग काफी परेशान रहते हैं वहीं शाम टाइम पदस्थ कर्मचारी भी अस्पताल में नहीं आते हैं जिससे मरीज और उनके परिजन परेशान रहते हैं।
मरीजों के बेड में नहीं रहती चादर
बरसात के सीजन में संक्रामक बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है साथ ही साफ-सफाई को लेकर भी व्यवस्था रहती है कि मरीजों के बेड में चादर डाली जाए और उसे समय-समय पर धुलाई की जाए लेकिन इस समय बेड में खाली गद्दा डाला रहता है चादर नहीं रहती है जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है।
इनका कहना है
मैं 2 दिन पहले अपने 2 साल के नाती को लेकर शाम टाइम दवा कराने गई लेकिन अस्पताल में ना तू पर्ची काटने वाले मिले और ना ही दवा देने वाले मिले तब परेशान होकर प्राइवेट डॉक्टर के यहां दवा कर आई हूं।
रामबाई सिंह गोंड 
परसिली
अस्पताल में दवा कराने गई तो वार्ड में दो बेड खाली थे जिसमें चादर नहीं थे बल्कि गद्दा में गंदगी लगी थी इसलिए जमीन में ही बैठकर इंजेक्शन लगवाई हूं।
राजवती यादव 
पोंडी

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