अष्टभुजा पहाड़ी के पास भुस्खलन होने से लगा कुंड के आसपास पत्थरों का ढेर

(अमन सिंह)
पोल खोल मिर्ज़ापुर
मीरजापुर। विंध्याचल त्रिकोण परिक्रमा पथ पर सीता कुंड के आसपास के पहाड़ी भुस्खलंन होने से लगा कुंड के आसपास पत्थरों का ढेर। बताते चलें कि पहले ही बरसात में कुंड के आसपास लगा पत्थरों का ढेर पहली बरसात में ही विंध्य क्षेत्र के तीन रेलवे पुल के नीचे जल भरा होने के कारण आवागमन बाधित रहे वही त्रिकोण परिक्रमा पथ पर स्थित अष्टभुजा पहाड़ी के पास सीता कुंड के पीछे की पहाड़ी भूस्खलन हो जाने से पवित्र सीता कुंड के आसपास पत्थरों का लगा अंबार जबकि मां विंध्यवासिनी माता का दर्शन पूजन करने के उपरांत बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल त्रिकोण करते हैं इस कुंड का जल पीने के उपरांत मां अष्टभुजी देवी के दर्शन पूजन करने के लिए रवाना होते हैं। त्रेता युग में भगवान श्री राम अपने पिता राजा दशरथ के पिंडदान करने के लिए आए हुए थे लौटते समय शिवपुर स्थित रामेश्वर महादेव की स्थापना किए हुए थे। वही मातृ नवमी तिथि पर माता जानकी ने अपने पूर्वजों को जल से तर्पण की हुई थी आज भी मातृ नवमी तिथि पर बड़ी संख्या में महिलाएं पवित्र सीता कुंड जल से अपने-अपने पितरों को तर्पण करती हैं। जिला प्रशासन की ओर से बिखरे हुए पत्थरों को हटाने के लिए कोई उपाय अभी तक नहीं किए गए |