खनिज विभाग की बड़ी कार्यवाही, रिहंद नदी के किनारे अवैध रेत जप्त 350 घन फीट रेत जप्त, कार्रवाई से रेत माफिया और बलियरी बीट प्रभारी सदमे में
कोतवाली।थाना क्षेत्र अंतर्गत खनिज विभाग ने अवैध रेत माफिया के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए रिंहद नहीं के किनारे अवैध रेत का भंडार जप्त किया है। खनिज विभाग ने नियम विरुद्ध अवैध रूप से 20 डंपर रेत जप्त की है। इस कार्यवाही के बाद रेत के अवैध कारोबारी और पुलिस में मायूसी छा गई है।बता दें कि बीते कल पूर्व नपानि अध्यक्ष चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने एक ट्रैक्टर को अवैध रेत का परिवहन करते पकड़ा था। वह ट्रैक्टर एक नाबालिक बच्चा चला रहा था। उन्होंने इस पूरी घटना का वीडियों बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर कोतवाली पुलिस और प्रशासनिक महकमे की पोल खोल दी। इस खबर को मीडिया ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया।
इसके बाद आज प्रशासन रिहंद नदी के किनारे जांच की। जहां मौके पर अलग-अलग जगह पर 20 डंपर से अधिक रेत खनिज का भंडार मिला। विभाग ने कार्यवाही करते हुए रेत जप्त की। विभाग अब जप्त रेत की सुपुर्दगी साहकार ग्लोबल के बलियरी कैंप में रखा है। हालांकि इसका भंडारण करने वाले का विभाग को अभी तक पता नहीं चला है। वहीं चर्चा है कि खनिज विभाग की इस कार्यवाही से रेत के अवैध कारोबारी और पुलिस विभाग का बलियरी बीट प्रभारी सदमे में है।
अवैध रेत से बीट प्रभारी बना करोड़पति
रिहंद नदी से अवैध रेत खनन और परिवहन कोई नया नहीं है। लंबे समय से रेत का खेल खाकी के सरपरस्ती से फल फू ल रहा है। दावा किया जा रहा है कि रेत के अवैध कारोबार से बलियरी बीट प्रभारी बनने के लिए पुलिस एड़ी-चोटी का जोर लगाती है। लगाए भी क्यों ना, यहां रेत जो है। सूत्रों का कहना है कि बलियरी बीट प्रभारी 1 माह में लखपति और साल में करोड़पति बन जाता है।
झाड़ियों में छुपा कर रखे थे रेत
रिंहद नदी रेत के खनन के लिए प्रतिबंधित है। लेकिन शहर के नजदीक बलियरी क्षेत्र से रेत के अवैध कारोबारी पुलिस से सांठ-गांठ कर रेत खनन और परिवहन करते हैं। कम दूरी होने के चलते रेत कारोबारियों की अच्छी खासी कमाई हो जाती है। रेत के अवैध कारोबारी ने नदी के किनारे झाड़ियों में रेत का भंडारण कर रखा था।