आम लोगों का बजट नहीं सिर्फ जुमला बजट है – पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल।
आम लोगों का बजट नहीं सिर्फ जुमला बजट है – पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल।
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट से जाहिर है कि देश में महंगाई और बेरोजगारी बनी रहेगी। महंगाई हटाने, बेरोजगारी समाप्त करने और किसानो की आय दोगुना करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किये गए है, सिर्फ दावे हैं।
पटेल ने कहा कि पहले से चली आ रही योजनाओं में थोड़ा सा पैसा बढ़ा कर उन्हें जारी रखना काफ़ी नहीं है। भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था के समकक्ष लाने के लिए अपेक्षित उपाय नहीं किए गए हैं।
बजट में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान की चर्चा है। इससे पांच करोड़ जनजातीय लोगों को लाभ होगा, यह विरोधाभास की स्थिति है। क्या अब तक मोदी सरकार ने जनजातीय लोगों के लिए कोई ठोस काम नहीं किया जो फिर से ऐसा अभियान चलाने की आवश्यकता पड़ रही।
जैसा कि मोदी सरकार की नए-नए जुमले पेश करते रहती है इस बजट को भी जुमला बजट बना दिया है ।
बजट की जो प्राथमिकताएं बनाई गई हैं उनमें रोजगार, कौशल निर्माण, अधोसंरचना, ऊर्जा सुरक्षा, शहरी विकास जैसे विषय शामिल है। क्या भाजपा के नेता यह जवाब दे पाएंगे कि जब इस बार के बजट की यह प्राथमिकताएं है तो क्या पहले इन प्राथमिकताओं पर ध्यान नहीं था ?
पटेल ने कहा कि यह एक सामान्य बजट है जिसमें कोई दिशा नहीं है। युवाओं के लिए और एमएसएमई सेक्टर के लिए जो प्रावधान बजट में किए गए है वे दस साल पहले हि हो जाते तो आज उनकी आवश्यकता नहीं पड़ती साथ ही अब तक हमारे युवा अधिक परिपक्व और उद्यमशील हो चुके होते।
श्री पटेल ने बताया कि कुल मिलाकर यह बजट मोदी सरकार ने अपनी पीठ ठोकने के लिए बनाया गया,यह आम लोगों के सपनों का बजट नहीं है।