पेरिस। पेरिस ओलंपिक में इस बार भारत को तीरंदाजों से पदक की उम्मीद रहेगी। भारत को अब तक तीरंदाजी में एक बार भी पदक नहीं मिला है। ओलंपिक में तीरंदाजी को शामिल किये जाने के बाद से ही हर बार भारतीय तीरंदाजों ने इसमें भाग लिया पर वे असफल रहे हैं। पेरिस ओलंपिक में भारतीय तीरंदाज लेस इनवैलिड्स गार्डन में क्वालीफिकेशन राउंड के साथ अपने अभियान की अच्छ शुरुआत करना चाहेंगे। इस बार भारतीय टीम में सभी छह खिलाड़ी शामिल हैं। पुरुष और महिला टीमों ने रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। ऐसे में इस बार भारतीय तीरंदाज पांच स्पर्धाओं में शामिल होंगे।
अनुभवी तरुणदीप राय और दीपिका कुमारी अपने चौथे ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। इनकी अगुवाई में टीम को पसंदीदा ड्रॉ हासिल करने के लिए क्वालिफिकेशन में कम से कम शीर्ष 10 में जगह बनानी होगी। प्रत्येक तीरंदाज 72 तीर चलाएगा और क्वालिफिकेशन दौर में भाग ले रहे 53 देश के 128 खिलाड़ियों के स्कोर के आधार पर रविवार से शुरू होने वाली मुख्य नॉकआउट प्रतियोगिता के लिए वरीयता तय की जाएगी।
भारतीय टीम के लिए क्वालीफिकेशन दौर महत्वपूर्ण होगा जो अक्सर निचली वरीयता हासिल करती रही हैं और ऐसे में नॉकआउट चरण में उन्हें दक्षिण कोरिया जैसी मजबूत टीम का सामना करना पड़ता है। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष तीरंदाज शीर्ष 30 में जगह नहीं बना पाए थे जिससे भारतीय टीम को नौवीं वरीयता मिली थी। भारत की एकमात्र महिला तीरंदाज दीपिका ने नौवां स्थान हासिल किया था। भारत को तब अपने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में शीर्ष वरीयता प्राप्त कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था।भारत को पुरुष टीम से काफी उम्मीद है जिसने इस साल शंघाई में विश्व कप के फाइनल में कोरिया को हराकर इतिहास रचा था। भारतीय टीम में तरुणदीप राय और पिछले ओलंपिक में भाग लेने वाले प्रवीण जाधव के रूप में अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं। इसके अलावा युवा खिलाड़ी धीरज बोम्मादेवरा भी शामिल हैं।