आंखों और रेटिना के लिए खतरनाक मोबाइल फोन की रोशनी
नई दिल्ली। मोबाइल फोन का लगातार इस्तेमाल आंखों के लिए कैसे खतरनाक है? और इसका इस्तेमाल करते समय हमें मोबाइल को आंखों से कितनी दूरी पर रखना चाहिए? विशेषज्ञ के मुताबिक, मोबाइल फोन का लगातार इस्तेमाल आंखों के लिए हानिकारक है।
इन खतरों के बारे में पता होने के बावजूद, कई लोग अपने मोबाइल फोन पर ज्यादा समय बिताना जारी रखते हैं। यूजर्स अपने स्मार्टफोन पर गेमिंग से लेकर मूवी स्ट्रीमिंग तक कई तरह की गतिविधियों में लिप्त रहते हैं और इस प्रोसेस में अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करते हैं। मोबाइल फोन से निकलने वाली रोशनी आंखों और रेटिना के लिए खतरनाक हो सकती है क्योंकि ये कॉर्निया और लेंस द्वारा फिल्टर नहीं की जाती है।
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इस स्थिति में आंखों में थकान, खुजली और सूखापन, धुंधला दिखाई देना और सिरदर्द जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ये बात सामने आई है कि ज्यादातर यूजर्स अपने स्मार्टफोन को लगभग 8 इंच की दूरी पर रखते हैं, जो आंखों के लिए हानिकारक है। आप अपने मोबाइल फोन को जितना पास रखेंगे, आपकी आंखों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा। ऐसे में मोबाइल फोन को चेहरे से कम से कम 12 इंच या 30 सेंटीमीटर की दूरी पर रखना चाहिए।
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स्मार्टफोन का लगातार इस्तेमाल करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में पलकें झपकाना जरूरी है। समय-समय पर पलकें झपकाने से आंखों में नमी बनी रहेगी, जिससे आंखों में सूखापन और जलन नहीं होगी। इसके अलावा पलकें झपकाने से आपकी आंखों को फिर से फोकस करने में भी मदद मिलेगी। 15 मिनट में करीब 10-12 बार पलकें झपकाने की भी सलाह एक्सपर्ट्स द्वारा दी जाती है। बता दें कि आजकल लगभग हर हाथ में स्मार्टफोन देखने को मिल जाता है। स्मार्टफोन्स को इस्तेमाल लोग कई बार जरूरत से ज्यादा भी करने लगते हैं। ऐसे में आंखों पर इसका असर भी पड़ता है। ये जरूरत से ज्यादा खतरा बन गया है। लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से मायोपिया का खतरा बढ़ जाता है।