ज्वेलर ने पत्नी के साथ की आत्महत्या 10 करोड़ कर्ज में डूबे
पोल खोल पोस्ट सिंगरौली
हरिद्वार में मिला शव, रिश्तेदारों को भेजा सुसाइड नोट सहारनपुर : जिले में सर्राफ कारोबारी पति-पत्नी के आत्महत्या का मामला सामने आया है. करोड़ों के कर्ज से परेशान कारोबारी ने पत्नी सहित हरिद्वार में जाकर जीवन लीला समाप्त कर ली. बताया जा रहा है कि कारोबारी के ऊपर 10 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था. जिसका ब्याज चुकाते चुकाते वह थक चुका था.
आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिख कर व्हाट्सअप ग्रुपों में वायरल करने के साथ मौके से सेल्फी लेकर भी भेजी है. सोमवार को सर्राफ कारोबारी सौरभ बब्बर का शव गंगा में तैरता मिला है. जबकि पत्नी मोना बब्बर की तलाश की जा रही है. उत्तराखंड पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
और ज्यादा न्यूज़ देखने के लिए निचे दिए हुए लिंक को क्लिक करें।
मप्र के नगरीय निकाय के महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन में सीएम Mohan Yadav की बड़ा ऐलान
जानकारी के मुताबिक, नगर कोतवाली इलाके के किशनपुरा में रहने वाले सौरभ बब्बर सर्राफा कारोबारी थे. सौरभ बब्बर की मोहल्ले में ही श्री साई ज्वेलर्स की दुकान है. सौरभ बब्बर व्यापरियों के साथ मिलकर कमेटी डालते थे. कमेटी के नाम पर इकट्ठे हुए करोड़ों रुपये की जिम्मेदारी सौरभ के पास होती थी. कमेटी के इन पैसों से सौरभ सोना खरीद कर कमेटी खुलने पर व्यापारियों को सोना देता था
. जिससे सौरभ को नुकसान होता चला गया. धीरे-धीरे सौरभ करोड़ों रुपये के कर्ज तले आ गया. जिसका ब्याज चुकाते चुकाते सौरभ थक चुका था. रविवार की रात सौरभ बब्बर पत्नी मोना बब्बर के साथ हरिद्वार गए थे. सोमवार को उनका शव हरिद्वार में हर की पैड़ी पर मिला है. जबकि पत्नी का भी तक कोई सुराग नहीं लगा. गोताखोरों की टीम पत्नी मोना बब्बर की तलाश कर रही है. परिजनों के मुताबिक़ सौरभ और मोना के दो बच्चे हैं. दोनों बच्चों को मरने से पहले नाना-नानी के यहां छोड़कर गए थे. इसका जिक्र उन्होंने खुद सुसाइड नोट में भी किया है.
और ज्यादा न्यूज़ देखने के लिए निचे दिए हुए लिंक को क्लिक करें।
बाबा बन लोगों से ठगी करने वालों को बनाया बंधक
आत्महत्या से पहले सौरभ ने वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट अपने रिश्तेदारों को भेजा. जिसमें लिखा था कि ‘मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा. अंत में मैं और मेरी धर्म पत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं. प्रॉपर्टी, दुकान और हमारा किशनपुरा वाला मकान मेरे दोनों बच्चों के लिए है.
हमारे दोनों बच्चे अपने नाना-नानी के घर रहेंगे. इनका जीवन अब हम पती-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं. बच्चे हमारे वहीं रहेंगे, हमें किसी और पर भरोसा नहीं है. हमने लेनदारों को अधाधुंध ब्याज दिया है. हम अब और पैसे नहीं दे पा रहे हैं. हम जहां सुसाइड करेंगे. उस जगह जाकर वहां की फोटो हम वॉट्सऐप पर शेयर कर देंगे. अलविदा दुनिया” सौरभ / मोना बब्बर’.