अभी कई रहस्य उजागर होना बाकी महिला सिपाही हत्याकांड की उलझी गुत्थी
भागलपुर भागलपुर पुलिस लाइन में एक ही परिवार के सदस्यों की हत्या और आत्महत्या के मामले में कई सुराग पुलिस को मिले हैं। इसके बाद भी कई सवाल ऐसे हैं जिन्हे पुलिस खोज रही है। नीतू के पति पंकज के सुसाइड नोट से बहुत कुछ साफ हो गया। कमरे से पुलिस ने तीन मोबाइल जब्त किया जिसकी जांच की जा रही है। सुसाइड नोट में सूरज का जिक्र होने के बाद उक्त सिपाही को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण पहलू सामने आए हैं।
मोबाइल की शुरुआती जांच में मिली चैटिंग से सूरज को संदिग्ध माना जा सकता है। घटना की सूचना मिलने पर भागलपुर पहुंचे नीतू के मामा नागेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस दुखद घटना की उचित जांच होनी चाहिए। बातचीत में उन्होंने सीबीआई का भी नाम ले लिया। समस्तीपुर में पदस्थापित नागेंद्र ने कहा कि कुछ दिनों पहले नीतू से उनकी बात हुई थी।पति पंकज कुमार के नाम से सुसाइड नोट मिला है। उसमें उसने लिखा है कि उसकी पत्नी ने उसकी मां और दोनों छोटे बच्चों को मार डाला।
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यह भी लिखा है कि उसके बच्चों का क्या कसूर था, उसे क्यों मारा। उसके बाद लिखा है कि मां और दोनों बच्चों को उसकी पत्नी ने मार डाला जिसके आक्रोशित होकर उसने पत्नी को मार डाला और खुद मरने जा रहा है। उसके सुसाइड नोट से सवाल उठ रहा है कि जिसने अपने घर में बच्चों और मां का शव देखा, पत्नी का गला रेत डाला, वैसी परिस्थिति में उसने सुसाइड नोट कैसे लिखा। चर्चा यह भी है कि चारों का कत्ल कर पंकज ने भी अपनी जान दे दी। नीतू और पंकज ने अंतरजातीय विवाह किया था।
नीतू नाई समाज से थी जबकि पंकज राजपूत था। पंकज के भी पिता का देहांत पहले हो चुका था। उसकी मां पैरालाइसिस की शिकार हो गई थी। पंकज अपनी मां को साथ ही रखता था। यही वजह है कि नीतू की पदस्थापना जहां भी रही पंकज अपनी मां के साथ उसी के साथ रहता था। मंगलवार की देर शाम नीतू के मामा के पहुंचने के बाद क्वार्टर से सभी पांच शव को बाहर निकाला गया। वाहन में लादकर उन शव को मायागंज ले जाया गया।
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देर रात शव का पोस्टमार्टम कराया गया। घटनास्थल से पुलिस ने दो चाकू और ईंट बरामद किया है। आश्चर्य की बात यह है कि जिस जगह पर चार लोगों का गला रेता गया हो वहां से मिले धारदार हथियार पर खून धब्बे या निशान नहीं मिले हैं। एफएसएल की टीम ने जांच की है। गला रेतने के दौरान हथियार पर जिस तरह से खून लगा होना चाहिए उस तरह से खून उसपर लगा नहीं दिखा।
ऐसे में सवाल है कि अगर पंकज ने सबसे अंत में अपनी पत्नी का गला रेता तो उसके बाद क्या उसने धारदार हथियार को पानी से धो डाला। पंकज के शरीर पर कपड़े पर भी खून के निशान नहीं थे। आस पड़ोस में रहने वाले लोग यह भी सवाल उठाने लगे हैं कि क्या उक्त कांड में किसी छठे शख्स का भी हाथ हो सकता है?