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हिंदू संगठनों का उग्र प्रदर्शन शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण पर

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को इस मुद्दे पर हिंदूवादी संगठनों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ रहे थे।

– मुख्यमंत्री के सलाहकार का बयान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने इस मुद्दे पर कहा कि यह अवैध निर्माण का मामला है और इसे मस्जिद विवाद से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

हालांकि, हिंदू संगठनों की मांग है कि मस्जिद का अवैध निर्माण तुरंत तुड़वाया जाए। यह मामला बीते दिन मल्याणा में दोनों समुदायों के बीच हुई लड़ाई के बाद और भड़क गया था। – चक्का जाम और नारेबाजी प्रदर्शनकारियों ने ढली पेट्रोल पंप के पास चक्का जाम कर दिया, जिससे सड़क पर यातायात ठप हो गया।

सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर बैठकर भगवान राम के भजन गाते हुए नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के पूर्व महामंत्री कमल गौतम को हिरासत में ले लिया। ढली सब्जी मंडी से संजौली की ओर प्रदर्शनकारी नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे।

– ट्रैफिक बंद, भारी पुलिस बल तैनात प्रदर्शनकारियों की संख्या और उनकी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। ढली की दोनों टनल को पैदल और वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। सिविल सोसाइटी के लोग भी संजौली चौक पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

सिविल सोसाइटी के सदस्य हरिदत्त ने आरोप लगाया कि मस्जिद में अवैध निर्माण सरकार की नाकामी है। उन्होंने कहा कि भारी संख्या में अवैध रूप से प्रवासी लोग हिमाचल में प्रवेश कर रहे हैं और राज्य की डेमोग्राफी बदलने की कोशिश की जा रही है।

सोलन और बिलासपुर से भी प्रदर्शनकारी शिमला पहुंचे थे, जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने इलाके में धारा 163 (पहले 144) लागू कर दी है, जो सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक प्रभावी रहेगी। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं।

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