वर्करों के साथ मनमानी नीलकंठ कंपनी में
पोल खोल पोस्ट सिंगरौली
सुरक्षा के नहीं है उपकरण, नॉन टेक्निकल वर्करों से कराया जा रहा कार्य, ओबी कंपनी नीलकंठ में वर्करो के साथ मनमानी ब्लॉक बी गोरबी में कार्यरत ओबी कंपनी नीलकंठ माईनिंग में जमकर अनियमितता के साथ मनमानी की जा रही है। जहां नॉन टेक्निकल वर्करों से कार्य कराया जाता है। वही सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध नहीं कराया जाता। जिससे वर्कर काफी परेशान और डरे-सहमे कार्य कर रहे हैं।
नीलकंठ ओबी कंपनी में कार्यरत कुछेक वर्करों ने नाम न छापने के शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि ओबी कंपनी नीलकंठ में मनमानी और नियम विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। ओबी डंप और कटिंग होता है। वहां सुपरवाइजर नॉन टेक्निकल है। यहां तक की साइड इंचार्ज भी नॉन टेक्निकल है। इसके अलावा बिल्डिंग का कार्य जनरल मजदूर से करवाते हैं। रांग डेजिग्नेशन के व्यक्ति कार्य कर रहे हैं जो कि नियम विरुद्ध है।
यहां पर कार्यरत वर्करो का संडे ड्यूटी का पैसा डबल ना देकर उसी पैसे से स्थानीय नेताओं तथा प्रशासन को मैनेज किया जा रहा है। यहां कार्य कर रहे लोगों द्वारा अपने हक की बात करते हैं तो धन और बल के द्वारा दबा दिया जाता है। कंपनी द्वारा कई लोगों को केवल इन और आउट करवाया जाता है, बाकी ड्यूटी समय में बाहर घूमते हैं। अगर ड्यूटी समय में किसी भी प्रकार का कोई घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
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इसके बावजूद कंपनी के द्वारा मनमानी की जा रही है। अगर वर्कर विरोध करते हैं तो उसकी खामियाजा वर्करों को भुगतना पड़ता है। आगे बताया गया कि इतनी बड़ी कंपनी होने के बाद भी इनके पास ना तो एंबुलेंस है, ना तो फायर ब्रिगेड है, ना ही क्रेन है। जिससे कोई भी घटना घटने पर वहां पर फंसे लोगों को आसानी से बचाया जा सके। इन्ही असुविधाओं के कारण हाल ही में शिव शंकर साकेत नामक व्यक्ति की जान चली गई थी।
यह टीपर ड्राइवर टिपर में घंटे तक फंसा रहा। घंटो बाद पीसी मशीन आई तब तक उसका निधन हो चुका था। कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि नीलकंठ कंपनी में वर्करों का जमकर शोषण किया जा रहा है। कई बार शिकायत की गई। लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। इस पूरे मामले में एनसीएल प्रबंधन भी मौन दिखाई दे रहा है। जिसके चलते नीलकंठ कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों के हौसले बुलंद बने हुए हैं।
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नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड कंपनी ने जो डीजल का खपत किया जा रहा है। वह निर्धारित डिपो जयंत से नहीं आ रहा है दो नंबर का डीजल दूसरे स्टेट से लाकर खपाया जा रहा है जो कि नियम विरुद्ध है। वही यह भी आरोप है कि एनसीएल ब्लॉक बी से नीलकंठ कंपनी को 2021 से संडे डबल का पैसा वर्करों को पेमेंट करने के लिए निर्देशित किया गया था। तत्पश्चात कंपनी के द्वारा कुछ महीनों का भुगतान भी किया गया।
वर्करों द्वारा पूछने पर की कि फंड का पैसा पेमेंट किया जा रहा है। इसका नीलकंठ कंपनी द्वारा कोई उत्तर नहीं दिया गया। वर्करो ने कहा कि अगर नीलकंठ कंपनी समय पर भुगतान नहीं करती तो इसका खामियाजा कंपनी प्रबंधन को भुगतना पड़ेगा।