सीधी

जिला अस्पताल का निजीकरण रोकने कुसमी अस्पताल के सामने होगा सत्याग्रह…

जिला अस्पताल का निजीकरण रोकने कुसमी अस्पताल के सामने होगा सत्याग्रह…

अमित श्रीवास्तव पोल खोल

“जिला अस्पताल बचावा, जिउ बचावा संघर्ष मोर्चा” द्वारा आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी के सामने सत्याग्रह किया जाएगा।
जिला अस्पताल सीधी का निजीकरण जनहित के विपरीत है जिसके बारे में सामाजिक कार्यकर्ता एवं टोंको-रोंको-ठोंको क्रन्तिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने बताया कि प्रत्येक जिले की आबादी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मुख्य रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर निर्भर रहती है और जनता को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना सरकार और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है।

 

सीधी जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जिला अस्पताल को निजी हितधारकों को देने की प्रक्रिया राज्य शासन द्वारा शुरू की गई है। प्रत्येक जिले में जिला अस्पताल जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का एक प्रमुख केंद्र होता है और यहाँ से सार्वजनिक स्वास्थ्य की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन होता है और साथ ही साथ जिले की गरीब और जरूरतमन्द जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को पाने का एक महत्वपूर्ण संस्थान है।

 

जिला अस्पताल को निजी हाथों में देने से जिले की जनता के लिए यह एक घातक कदम होगा और जनता की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी संस्थानो को प्राथमिकता देना सरकार का अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों से पीछे हटना तथा संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है। संविधान के अनुच्छेद 47 के अनुसार स्वास्थ्य राज्य का विषय है और इसके अनुसार प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी और कर्तव्य है।

 

सत्याग्रह को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता छोटेलाल सिंह टमसार के द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण का आह्वान करते हुए कहा है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं ताकि जिला अस्पताल के निजीकरण को रोका जा सके।

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