जिले के वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर बेहद खराब
पिछले एक सप्ताह से सिंगरौली की एक्यूआई बेहद खराब स्थिति में, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अमला कुम्भकरणीय नींद्रा में
ऊर्जाधानी वासी प्रदूषण की मार से जूझ रहा है। यहां का लागातर आबो हवा जहरीली होती जा रही है। आलम यह है कि प्रदूषण के मामले में सिंगरौली बड़े शहरों को मात दे रहा है। आरोप है कि प्रदूषण नियंत्रण अमला केवल कागजी कार्रवाई कर वाहवाही लूट रहा है।
दरअसल पिछले माह से ही सिंगरौली इलाके की आबो हवा जहरीली हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण से मिले आंकड़ों के अनुसार सिंगरौली का एक्यूआई आज 301 दर्ज किया गया है। जो बेहद खराब स्थिति में है। हालांकि यह आंकड़ा बैढ़न इलाके का है। जबकि जिले के मोरवा, जयंत, निगाही, बरगवां , दुद्धिचुआं के अलावा गोंदवाली, गजरा बहरा एवं सरई की स्थिति और बद से बदत्तर बताई जा रही है। यहां का एयर क्वालिटी इन्डेक्स सिंगरौली से अधिक माना जा रहा है। आरोप यहा लग रहा है कि प्रदूषण नियंत्रण अमला कई औद्योगिक कंपनियों पर दरियादिली दिखा रहा है। जिसके चलते उनपर कार्रवाई करने से गुरेज करने लगा है। जिसका असर आमजनों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि कलेक्टर प्रदूषण रोकने के लिए कड़े निर्देश दे चुके हैं।
पिछले एक सप्ताह से एक्यूआई बेहद खराब
पिछले एक सप्ताह से सिंगरौली का वायु सूचकांंक स्तर बेहद खराब स्थिति में पहुंचा है। आंकड़े बतातें हैं कि पिछले सप्ताह 8 नवम्बर को एक्यूआई 292 दर्ज किया गया था। 9 नवम्बर को 289, 10 नवम्बर को 262, 11 नवम्बर को 225, 12 नवम्बर को 241, 13 नवम्बर को 276 एवं आज 14 नवम्बर को 301 एक्यूआई दर्ज हुआ है। हालांकि यह आंकड़ा दोपहर के वक्त का है। जिले के आबो हवा बेहद खराब स्थिति में है। आरोप है कि म.प्र. क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अमला कुम्भकरणीय नींद्रा में है। जिसके चलते औद्योगिक कंपनियां मनमानी तौर से प्रदूषण फैला रही हैं। इनपर कार्रवाई करने से उक्त अमला तरह-तरह की बहानेवाजी करते हैं। जिसका फायदा औद्योगिक कंपनियां भरपूर तरीके से फायदा उठा रही है और सिंगरौली की जनता प्रदूषण की मार से झेल रही है।