नही जागा नगर परिषद का अमला ढाई महीने बाद
तहसील दफ्तर से चंद कदम दूर क्षतिग्रस्त पुलिया दे रही दुर्घटना को आमंत्रण, रहवासियों को आने-जाने में हो रही असुविधा
नगर पंचायत सरई के तहसील दफ्तर के समीपी वर्दिया नाला का पुल सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह से ही क्षतिग्रस्त है और आज तक इस पुल का मरम्मत कार्य न कराये जाने से शहर वासियों एवं आमजनों को करीब 2 किलोमीटर की परिक्रमा चार चक्का वाहन चालकों को करनी पड़ रही है ।
गौरतलब है कि अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में मूसलाधार बारिश के दौरान करीब 5 वर्ष पूर्व लाखों रूपये के लागत से पंचायत द्वारा बनाई गई पुलिया पूरी तहर से क्षतिग्रस्त हो गई। जिसका मुआयना देवसर एसडीएम व तहसीलदार ने भी किया था। लेकिन दो-तीन महीने बाद भी क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य नगर परिषद के द्वारा नही कराया गया। लिहाजा क्षतिग्रस्त पुलिया किसी बड़े हादसे के इंतजार में है और इसी इंतजार शायद नगर परिषद का अमला भी है। इसीलिए पुलिया का मरम्मत कार्य नहीं कराया जा रहा है। इधर यहां के रहवासी बताते हैं कि उक्त मार्ग से तहसील, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं थाना सरई पहुंचने के लिए सबसे सरल एवं आसान रास्ता है।
अब पुलिया के टूट जाने से 2 किलोमीटर अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। यहां के रहवासियों ने यह भी बताया कि अधिकारियों के लापरवाही का खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि सप्ताह में दो बार देवसर के एसडीएम का सरई में आना-जाना होता है। इसके बावजूद इस क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य कराने के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी जहमत नही उठा रहे हैं। रहवासियों ने कहा है कि गुणवत्ता विहीन पुलिया का निर्माण कार्य हुआ था। जिसके कारण चन्द वर्षों में ही तेज बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई।
इनका कहना:-
तहसील दफ्तर के समीप की पुलिया क्षतिग्रस्त है। अधिकारियों के द्वारा इसका अवलोकन भी किया जा चुका है। फिर भी मरम्मत कार्य नगर परिषद क्यो नही करा रही है। इससे रहवासी परेशान हैं।
दीपू सोनी, सरई
इनका कहना:-
पुलिया का मरम्मत कार्य न कराये जाने से लोगों को बेवजह 15-20 किलोमीटर दूरी के बदले 2 किलोमीटर अतिरिक्त परिक्रमा करनी पड़ रही है। कहीं न कहीं इसमें नगर परिषद अमला लापरवाह है।
रमेश साहू, सरई
इनका कहना:-
बरसात के समय पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। करीब ढाई महीने बाद भी पुल का मरम्मत न कराये जाने से आवागमन प्रभावित है। नगर परिषद के जिम्मेदार किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं। इसीलिए नगर परिषद शायद चुप है।
नर्मदा जायसवाल, सरई