उगल रहा जहरीला धुआं गजरा बहरा कोलयार्ड वातावरण में
लाखों लीटर पानी भी हो रहा बर्बाद, जहरीली गैसों के उत्सर्जन से जीना हुआ दुश्वार
गजरा बहरा रेलवे स्टेशन के में कोलयार्ड में सुरक्षा को दरकिनार कर लोडिंग की जा ही है। पहले पड़े पुराने कोल स्टॉक को नहीं हटाए जाने के कारण इसमें आग लग चुकी है और उसे बुझाने के लिए हर दिन लाखों लीटर पानी की बर्बादी की जा रही है। उसके बावजूद आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। कोयले के जलने से जहरीली गैसों को उत्सर्जन हो रहा है और सांस लेना दुश्वार हो गया है। स्थानीय लोगों के लिए कोयले का परिवहन ही मुश्किल बना हुआ था। जिसको लेकर सड़क मार्ग से कोयला परिवहन बंद कराए जाने की मांग की गई थी। अब तक लोगों को सिर्फ कोयले की धूल से प्रदूषित हो रहे वातावरण की फिक्र थी।
मौजूदा समय में हवा की जगह धुंआ और विषाक्त गैसों से जीना दुश्वार हो गया है। स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि जिस प्रकार कोयला जलने से यहां पर कई प्रकार की गैसें उड़ रही है । उसे श्वॉस व पेट रोग के मरीज बढ़ रहे हैं। लोगों को सांस लेने में समस्याएं हो रही हैं। कोयले के जलने से कॉर्बन डाई ऑक्साईड की भारी मात्रा हवा में घुलती है तो नीले लौ के साथ कार्बन मोनोआक्साइड भी बेहद घातक गैस भी आसपास के क्षेत्र में फैलती है। जो शरीर में कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का कारण बन रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। उन्हें स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की जरूरत है। स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों व जिम्मेदार अधिकारियों को आगे नहीं आने पर कोस रहे हैं।