बेरहम हो गए अफसर सबसे अधिक जरुरत वाले कार्यालय को ऊपर बना दिया।

बेरहम हो गए अफसर सबसे अधिक जरुरत वाले कार्यालय को ऊपर बना दिया।
रजिस्ट्रार कार्यालय दूसरे तल मे,बुजुर्गो व दिव्यांग सीढ़ी चढ़ते समय दर्द से कराहते है
सीधी:- जिला मुख्यालय के रजिस्ट्रार कार्यालय बुजुर्गो व दिव्यांगों के लिए जी का जंजाल बन गया है।यहां रजिस्ट्री के लिए आने वाले लोगों को दूसरे तल मे सीढ़ी के माध्यम से जाना पड़ता है।गंभीर बात यह है कि वर्ष 1938 में सीधी को प्रशासकीय दर्जा प्राप्त हुआ तथा वर्ष 1949 में इसे विंध्यप्रदेश का जिला मुख्यालय घोषित किया गया।लेकिन रजिस्ट्रार कार्यालय मे बुजुर्गो व दिव्यांग जनो का कोई ख्याल नहीं रखा गया है।वही विभाग हर बार दावा करता है कि जल्द नया कार्यालय बनाया जाएगा उसमे सारी सुविधाएं रहेगी।
परिजन देते है सहारा:-
वर्तमान में उपपंजीयक रजिस्ट्रार कार्यालय करुणा भवन मे संचालित हो रहा है।विभाग के अधिकारियों व जिला प्रशासन को इन समस्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।जबकि जरुरत बुजुर्गो व दिव्यांगों को राहत दिलाने की है।हालाकि विभाग कह रहा है कि रजिस्ट्रार कार्यालय भवन के निर्माण के लिए जगह खोजी जा रही हैं।जगह मिलने के बाद निर्माण किया जाएगा।
कार्यालय पहले तल मे संचालित करते तो मिलती राहत :-
रजिस्ट्री कराने आए एक वृद्ध ने बताया कि ऐसे कार्यालयो को पहले तल मे संचालित करना चाहिए।शासन-प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए।ऐसा नहीं करने से बुजुर्गो और दिव्यांगों को अधिक परेशानी होती हैं।वही जिले के कर्ई और विभाग भी है,जहां बुजुर्गो और दिव्यांगों को परेशानी होती है।
परिजन उठाकर लाते है कार्यालय:-
रजिस्ट्रार कार्यालय दूसरे तल पर होने की वजह से वृद्ध या दिव्यांग सीढ़ी चढ़ नहीं पाते है।उन्हे उनके परिजन उठाकर कार्यालय लाते हैं या कोई सहारा देकर सीढ़ी चढ़ाते हैं।वृद्धों व दिव्यांगों की भारी परेशानी से ही अधिकारी व कर्मचारी अनजान हैं।रोजाना दर्जन भर से अधिक लोग रजिस्ट्री कराने आते है।सबसे ज्यादा वृद्ध रहते है।