साढ़े तीन महीने से फरार बर्खास्त बीआरसीसी पर ईनाम नही घोषित की पुलिस!
मामला कक्षा 1 से 8वीं तक के सरकारी किताबों को कबाड़ियों के हाथ बिक्री करने का, कोतवाली में दर्ज है अपराध
कक्षा 1 से 8वीं तक के सरकारी नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तको को यूपी के ऊन्नाव जिले कबाड़ी कारोबारी के हाथ बेचे जाने के मामले में कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध है और तब से चितरंगी का बर्खास्त बीआरसीसी करीब साढ़े तीन महीने से फरार है। पुलिस द्वारा फरार आरोपी पर गिरफ्तारी के लिए ईनाम भी नही घोषित कर पाई है।
गौरतलब है कि सितम्बर महीने के प्रथम सप्ताह में कचनी के पास कक्षा 1 से 8वीं तक के सरकारी नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तको के साथ एक पिकअप एवं कन्टेनर वाहन को गस्त के दौरान पकड़ा था। छानबीन के बाद पता चला कि उक्त पाठ्य-पुस्तको को चितरंगी के तत्कालीन बीआरसीसी सियाराम भारती ने बिक्री किया था। कलेक्टर ने जांच कराया और आरोप सही पाये जाने पर बीआरसीसी सियाराम भारती सहित ब्लॉक पुस्तक प्रभारी शिवकुमार मिश्रा तथा पिपरवान विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामेश्वर जायसवाल के खिलाफ कोतवाली बैढ़न में अपराध पंजीबद्ध किया। वही बीआरसीसी को मिशन संचालक एवं कलेक्टर सिंगरौली ने बर्खास्त कर दिया। साथ ही दोनों शिक्षको को डीईओ ने निलंबित कर दिया था।
इधर अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से ही बर्खास्त बीआरसीसी सियाराम भारती फरार हो गया। जबकि निलंबित दोनों शिक्षक पिछले दिनों कोतवाली में अपने आप को सरेण्डर कर दिया। सूत्र बताते हैं कि कोतवाली पुलिस शिवकु मार एवं रामेश्वर जायसवाल को आश्वस्त किया था कि सियाराम भारती को तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा। किन्तु सूत्र बताते हैं कि सियाराम भारती को पुलिस की ओर से जमानत कराने छूट मिली है। इसीलिए उसे गिरफ्तार नही कर रही है। जबकि पुस्तक बिक्री करने का असली मास्टरमाइन्ड सियाराम भारती को ही बताया जा रहा है। इतना ही नही चर्चा यह भी है कि सियाराम भारती के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए अभी तक ईनाम भी घोषित नही की है। उक्त अपराध के विवचेक भी ईनाम के मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है। फिलहाल फरार बर्खास्त बीआरसीसी के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए अब तक ईनाम न घोषित किया जाना पुलिस कहीं न कहीं सवालों के कटघर्रे में घिरती नजर आ रही है।