
इस ट्रेन को लखनऊ चारबाग स्टेशन पर बम से उड़ा दिया जाएगा। मिनी आरडीएक्स रखा है। संदेश को फेक न समझें। 7 मार्च दोस्त मैं मजबूर हूं, पुलिस को बता दो, हजारों जाने जा सकती हैं। अब्दुल्ला अंसारी मुरादाबाद, बम डबल बैग में रखा है। ये डरावनी पंक्तियां दिल्ली अयोध्या एक्सप्रेस के कोच एस 8 के टॉयलेट में लिखी हुई देखी गई थीं। इसके बाद हड़कंप मचा और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना की तलाशी के दौरान सभी डिब्बों को चेक किया गया।
इस दौरान एस 5 में डबल बैग रखा मिला और उस पर तकिया भी रखा था। पर उसके साथ कोई था नहीं। इस पर पुलिस ने फिर से कवायद शुरू की और उसके आसपास सीट पर बैठे लोगों को तलाशा। एक यात्री ने बताया कि इस बैग पर सिर रखकर एक व्यक्ति सो रहा था। वह नीचे उतर गया है। इस पर उसकी तलाश की गई, तो वह व्यक्ति भी मिल गया। ट्रेन में यात्रा कर रहे गोंडा के निवासी पंकज तिवारी ने बताया कि वह लोग परिवार सहित अयोध्या कैंट से दिल्ली के लिए बैठे थे। नींद भी आने लगी थी कि बाराबंकी में पुलिस के अलाउंसमेंट के बाद वह लोग आनन फानन में नीचे उतरे। पंकज ने कहा कि बम की सूचना से भय लगने लगा है।
S 5 में यात्रा कर रहे अयोध्या के गोसाईगंज निवासी अब्दुल गफ्फार ने बताया कि ट्रेन में बम रखें होने की सूचना है। इससे वह काफी डरे हैं। करीब 9 बजे सेना व स्थानीय पुलिस ने कहा कि ट्रेन में बम नहीं है, ट्रेन को आगे बढ़ाया जाए, इस पर जीआरपी व आरपीएफ ने लिखित रूप से एनओसी मांगने लगे। विवाद के बीच सहायक स्टेशन अधीक्षक ने सहायक मंडल परिचालन प्रबंधक धीरेंद्र गौड़ को फोन से संपर्क किया। गौड़ की ओर से ज्वाइंट एनओसी लिखने के बाद ट्रेन को रवाना करने की बात कही गई है। इस पर ट्रेन को लिखापढ़ी के बाद 9 बजकर 16 मिनट पर रवाना कर दिया गया।