
शहर के लंबे अनुभव के बाद डॉ. अंजु मोदगिल ने चुना ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल में कार्य करना
-पढाई पूर्ण होने के पश्चात भी विद्यार्थी लेते हैं मार्गदर्शन
– सैद्धांतिक शिक्षा के साथ-साथ प्रायोगिक मेथड्स को दी प्राथमिकता
– डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी नई दिल्ली के सचिव रविंद्र तलवाड़ कई बार उनकी कार्यशैली की मुक्तकंठ से कर चुके हैं प्रशंसा
– वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा देकर उनका बढ़ा है मान
– अमेरिका की विद्या धाम संस्था, संवाद साहित्य मंच, एनए कल्चरल सोसायटी, भिन्न-भिन्न खेल संगठन आदि सम्मानित कर चुके हैं।
– अमेरिका की यूनिवर्सिटी भी पीएचडी की मानद उपाधि से कर चुकी है बिभूषित
पोल खोल चंडीगढ़
(मनोज शर्मा)
डॉ. अंजु मोदगिल को शिक्षा और खेल के क्षेत्र में विस्तृत अनुभव है। उसने कई वर्षों तक शहर के स्कूल में कार्य करने के पश्चात ग्रामीण क्षेत्र में संचालित महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल एमडीएवी भवन, दरिया, चंडीगढ़ में कार्य करना स्वीकार किया है। यह कार्य चुनौती भरा अवश्य है। शहर के जिस स्कूल वह काफी लंबे अरसे तक कार्यरत रहीं वहां के स्टूडेंट्स देश -विदेश में अपना नाम कमा रहे हैं। विद्यार्थियों के दिलों में वह निवास करती हैं। पढाई पूर्ण होने के पश्चात भी विद्यार्थी उनका मार्गदर्शन लेते रहते हैं। यहां तक ही सीमित नहीं बल्कि अभिभावक भी उनके संपर्क में रहते हैं। स्कूल की प्रिंसिपल और प्रबंध कमेटी के चेयरमैन भी उनके कार्य की प्रशंसा कर चुके हैं। अब उन्होंने उस क्षेत्र में शिक्षा और खेल का बीड़ा उठाया है जहां कार्य करना कठिन अवश्य है। उसकी लगन और मेहनत को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र के पेरेंट्स बहुत खुश हैं।
वह विद्यार्थियों में छुपी प्रतिभा को उभार रही हैं। उसने पढ़ाई के मेथड में कई महत्वपूर्ण बदलाव किये है। डॉ.अंजू मोदगिल ने बताया कि सैद्धांतिक शिक्षा के साथ-साथ प्रयोगिक मेथड्स को प्राथमिकता दी जा रही है। खेल – खेल में दी जाने वाली शिक्षा विद्यार्थी के दिलों दिमाग में दीर्घकाल तक छाई रहती है। उनके दिशा-निर्देशन में हर विषय का ज्ञान देने के लिए तरह-तरह की तकनीक अपनाने पर बल दिया जा रहा है।
एनआरआई सुदर्शन गर्ग के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर, लाइब्रेरी, मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट, इंडोर गेम्स को विशेष तौर से प्रयोग में लाया गया है। डॉ. अंजु मोदगिल के कार्यों को देखते हुए अमेरिका की विद्या धाम संस्था, संवाद साहित्य मंच, एनए कल्चरल सोसायटी, भिन्न-भिन्न खेल संगठन आदि सम्मानित कर चुकी हैं। उनके कार्य को देखते हुए अमेरिका की यूनिवर्सिटी भी पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित कर चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के प्रति समर्पित भाव उनके कद को ऊंचा तो करते ही हैं साथ ही वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा देकर उनका मान बढ़ाते हैं।
डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी नई दिल्ली के सचिव रविंद्र तलवाड़ भी उनके कार्यशैली की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर चुके हैं। एनजीओ ने भी इस सहयोग के लिए आगे कदम बढ़ाए हैं। स्टूडेंट्स- पेरेंट्स- टीचर्स और स्टाफ के साथ गहरा संबंध है। इसी कारण उनके कार्यों की सराहना होती है।