घर में सो रहे 80 वर्षी वृद्धि की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा,मृतक का बड़ा बेटा ही निकला हत्यारा।

घर में सो रहे 80 वर्षी वृद्धि की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा।
80 वर्षी वृद्धि का कातिल निकला बड़ा पुत्र,
संपत्ति विवाद को लेकर बेटे ने की 80 वर्षीय वृद्धि पिता की कुल्हाड़ी से हत्या,
रात में मछली पकड़ने के बहाने घर से बाहर गया था कातिल राममिलन केवट,
23 सितंबर की रात घटना को दिया था अंजाम,
मृतक काशी प्रसाद केवट की पहली मृतक पत्नी का हे बड़ा पुत्र,
पुलिस की कड़ी पूछताछ पर कबूल किया कातिल ने अपना अपराध,
घटना को अंजाम देकर कुल्हाड़ी को छुपाया था अपने घर के अंदर,
24 घंटे के अंदर अमिलिया पुलिस ने किया अंधी हत्या का खुलासा,
सीधी जिले के अमिलिया थाना अंतर्गत रामनगर कला का है पूरा मामला…
हत्या के आरोपियों को पुलिस ने 24 घन्टें में किया गिरफतार हुआ खुलासा…
मृतक का बड़ा बेटा ही निकला हत्यारा
सीधी सिंहावल। सीधी पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार वर्मा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन एवं चुरहट एसडीओपी आशुतोष कुमार द्विवेदी के दिशा निर्देश पर थाना प्रभारी राजेश पांडेय निर्देश पर दो सदस्यीय टीम गणित कर सघन जांच पड़ताल की गई। जहां संदेही पर मृतक के बड़े एवं उसके सहयोगी से पुछ ताछ की गई जहा पर सहयोगी के घर के अंदर प्रयुक्त लोहे की कुल्हाड़ी व खून से लथपथ कपड़े गमछा सफेद बनियान आरोपी राम मिलन केवट के पेश पर व लाल कलर का फुल शर्ट आरोपी पारस कोल के द्वारा पेश करने पर मौके से बरामद किया गया है।
प्रकरण के आरोपी राममिलन केवट पिता काशी प्रसाद केवट उम्र 50 वर्ष निवासी रामनगर कला थाना अमिलिया एवं आरोपी पारस कोल पिता रामऔतार कोल उम्र 60 वर्ष निवासी रामनगर कला थाना अमिलिया जिला सीधी वाछित होने पर दिनांक 25/9/2024 को गिरफतार कर विधिक कार्यवाही उपरान्त माननीय न्यायालय सीधी में जे आर हेतु पेश किया जा रहा है।
उपरोक्त कार्यवाही में भागीदारी उप निरीक्षक शेषमणि मिश्रा व उप निरीक्षक इन्द्राज सिंह सउनि लालमणि बंसल, दहीच अग्निहोत्री, प्रधान आरक्षक 432 बिक्रम सिंह आरक्षक आरक्षक 260 दीपेन्द्र आरक्षक 557 अलोक • त्रिपाठी आरक्षक 574 संदीप चतुवेर्दी आरक्षक 623 संदीप गुर्जर थाना थाना अमिलिया व सिहावल चौकी के आरक्षक 186 चेतन मिश्रा, आरक्षक 364 राहुल सिंह चन्देल, आरक्षक 509 बृजेश बैस का तत्परता से सहयोग व सकारात्मक भागीदारी सराहनीय रही।