श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में गैर-हिंदू छात्रों के बढ़ते दाखिलों पर महंत मनोज शर्मा का प्रधानमंत्री को पत्र
उच्च स्तरीय समीक्षा की माँग

चंडीगढ़।
विश्व हिंदू परिषद, चंडीगढ़ (पंजाब प्रांत) के पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी और धार्मिक व सामाजिक कार्यकर्ता महंत मनोज शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को एक विस्तृत पत्र लिखकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज में बढ़ते गैर-हिंदू छात्रों के दाखिलों पर गंभीर आपत्ति दर्ज कराई है।
महंत मनोज शर्मा ने अपने पत्र में कहा कि श्राइन बोर्ड एक धार्मिक ट्रस्ट के रूप में स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म, संस्कृति और तीर्थ यात्रियों की सुविधा से जुड़े कार्य करना है। ऐसे में बोर्ड द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नीति भी उसी धार्मिक भावना का सम्मान करने वाली होनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में मेडिकल कॉलेज में गैर-हिंदू छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे न केवल श्राइन बोर्ड की स्थापना की मूल भावना प्रभावित हो रही है, बल्कि संस्थान के धार्मिक चरित्र पर भी भविष्य में प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
महंत मनोज शर्मा ने पत्र में निम्नलिखित माँगें प्रमुख रूप से उठाईं—
मेडिकल कॉलेज की प्रवेश नीति की तत्काल उच्च स्तरीय समीक्षा कराई जाए।
गैर-हिंदू छात्रों के अत्यधिक दाखिलों पर स्पष्ट रोक या दिशा-निर्देश बनाए जाएँ।
हिंदू छात्रों को प्राथमिकता/आरक्षण देने की नीति लागू की जाए।
पिछले वर्षों के दाखिलों की जाँच हेतु स्वतंत्र जाँच समिति गठित की जाए।
उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड का धार्मिक स्वरूप और मर्यादा बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है और यह तभी संभव है जब प्रवेश प्रक्रिया को धार्मिक भावना के अनुरूप पुनर्गठित किया जाए।
पत्र के अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री से इस “गंभीर और संवेदनशील विषय” का संज्ञान लेकर उचित हस्तक्षेप करने की अपील की है।
– महंत मनोज शर्मा
पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी, विश्व हिंदू परिषद, चंडीगढ़ (पंजाब प्रांत)













