सीधी

झोलाछाप डॉक्टर्स पर आखिर मेहरबानी कब तक,गरीबों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे कथित डॉक्टर। 

झोलाछाप डॉक्टर्स पर आखिर मेहरबानी कब तक,गरीबों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे कथित डॉक्टर। 
पोल खोल सीधी : मौसम के बदलाव के साथ वायरल बुखार व अन्य बीमारियों का दिन प्रतिदिन प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों का अभाव बना हुआ है, जो भी डॉक्टर गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ हैं, मनमानी पर उतारू हैं। उनका स्वास्थ्य केंद्र में आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। ऐसे में झोलाछाप डॉक्टर गरीबों के जान के साथ खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं बल्कि उनके खून पसीने की कमाई से ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले भर में नगरीय क्षेत्रों के साथ-साथ हर गांव, कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक खोलकर लोगों के जॉन के साथ खिलवाड़ कर उनके खून पसीने की कमाई मनमानी रूप से लूट रहे हैं। भले ही दिखावे के लिए विभाग द्वारा जिले भर के कुछ मेडिकल या पैथोलॉजी जांच सेंटर पर कार्यवाही कर कोरम पूर्ण कर लिया गया हो लेकिन दूसरे प्रदेशों से आकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले कैसे फर्जी डॉक्टर जिनके पास ना तो कोई डिग्री है ना डिप्लोमा है क्षेत्र के हर गांव में लूटपाट की दुकान खोले बैठे हैं। जो 10 से 20 रुपए की गोली, इंजेक्शन देकर 100 से 200 रुपए वसूल रहे हैं। लोगों की माने तो ये झोलाछाप डॉक्टर पथरी, अपेंडिक्स जैसे रोगों के ऑपरेशन करने में भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में जिम्मेदार विभाग एवं उसके अधिकारियों का इन्हें नजरअंदाज करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। जो शासन प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर रहा है। कई झोलाछाप डॉक्टरों ने बकायदा बोर्ड भी लगा रखे हैं लेकिन डिग्री डिप्लोमा का कोई जिक्र नहीं किया गया है। इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कार्यवाही ना होने से इनके हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद होते जा रहे हैं जो लोगों एवं मीडिया को धौंस भी दिखाने लगे हैं। यहां तक की मीडिया को बड़े केस में फंसाने की धमकी भी दी जाने लगी है।
उधर जानकारों का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टरों पर अभियान चलाकर जिला एवं तहसील स्तर पर कोई कार्यवाही करने की जरूरत नहीं समझी जाती। लिहाजा आज स्थिति ये हो चुकी है कि शहरी क्षेत्रों से लेकर कस्बाई क्षेत्रों तक में झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक एवं पैथालॉजी सेंटर का संचालन बेखौफ होकर कर रहे हैं। उनके यहां हजारों की कमाई रोजाना होने के कारण कई झोलाछाप डॉक्टर तो बड़े-बड़े बंगले बनवाने के साथ ही चार पहिया वाहनों से चल रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टरों को ये अच्छे से मालुम है कि उनके ऊपर सीधी जिले में अधिकारियों की मेहरबानी बनी हुई है। मरीजों की सेहत के साथ कितना भी खिलवाड़ करें हजारों रूपए ऐंठने के बाद भी मरीज की हालत में कोई सुधार न हो फिर भी उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती। बड़े अधिकारियों को भी झोलाछाप डॉक्टरों के संबंध में पूरी जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही के लिए अभियान चलाने के जरूरत नहीं समझी जा रही है। इसी वजह से आज सीधी जिले में अवैध क्लीनिक का संचालन करना आम होता जा रहा है।

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