सीधी

रेत तस्करों ने सोन घडियाल टीम पर बलियार घाट मे किया हमला।

रेत तस्करों ने सोन घडियाल टीम पर बलियार घाट मे किया हमला

हमलों के बाद भी नही चेत रहा सोन घडि़याल अमला

कमर्जी थाना अंतर्गत अवैध रेत रोंकने पहुंची थी सोनघड़ियाल टीम

सीधी:- पुलिस,राजस्व व सोनघडिय़ाल की टीम सुस्ती मिलते ही एक बार फिर रेत माफिया सक्रिय हो गए है। इनके हौंसले अब इतने बुलंद हो गए है कि अवैध कार्य को रोंकने पहुंचने वाली टीम पर ही हमला करने पर उतारू हो गए है। कुछ इसी तरह का मामला जिले के कमर्जी थानान्तर्गत सोन नदी के बलियार घाट का प्रकाश में आया है। जहां बीती रात सोन नदी से अवैध रेत निकासी की जानकारी सोन घडिय़ाल विभाग को मिली जहां मौके पर कार्रवाई करने पहुंची टीम पर ही रेत माफियाओं ने हमला कर दिया। इस हमले में करीब आधा दर्जन वनकर्मी घायल हो गए है वहीं वनकर्मियों की शिकायत पर कमर्जी पुलिस ने आरोपी रेत माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के संबंध में सोन घडिय़ाल विभाग एवं कमर्जी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात सोन नदी के घाटों से अवैध रेत की निकासी की जानकारी मुखबिर के माध्यम से दी गई थी जिसकी जानकारी मिलने पर सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य सीधी की टीम मौके पर कार्रवाई करने पहुंची जहां टीम को देख रेत माफियाओं ने हमला बोल दिया इस घटना में सोन घडिय़ाल के वन परिक्षेत्राधिकारी योगेन्द्र तिवारी सहित चार वनकर्मियों को चोंटे आई है।

 

रेत माफियाओं द्वारा की गई मारपीट पर सोन घडिय़ाल की ओर से वन परिक्षेत्र सीधी में पदस्थ वन रक्षक रमेश कुमार सोनकर द्वारा कमर्जी थाने में शिकायत कराई गई जिसके आधार पर पुलिस ने कमलेश्वर गौतम, नन्दन गौतम,सोमेश्वर गौतम,विक्रम गौतम,अतुल गौतम, छोटू गौतम सभी निवासी ग्राम बलियार थाना कमर्जी व अन्य लोगो के विरूद्ध धारा 341, 353, 186, 332, 294, 506, 427, 34आईपीसी एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

 

सोनघड़ियाल टीम की भूमिका भी संदिग्ध:-
जिले के सोन नदी के विभिन्न घाटों में इन दिनो रेत निकासी का कारोबार चल रहा है जिसकी जानकारी संबंधित विभागों को भी है। लेकिन यह कहा जा रहा है कि जहां रेत माफियाओं द्वारा जिम्मेदार आला अधिकारियों से सेटिंग जमा ली गई है वहां कार्रवाई नही की जाती वहीं जहां रेत माफिया विभागीय सेंटिंग नही जमा पाये है उन घाटों को चिन्हित कर कार्रवाई के लिए टीम भेजी जाती है। ऐसे में यह साफ हो रहा है कि सोन घडिय़ाल, पुलिस व राजस्व विभाग द्वारा जिन घाटों से पैसा नही मिल रहा है वहां टारगेट कर कार्रवाई की जाती तथा जहां इनकी सेटिंग बनी हुई है वहां इनकी नजर नही जाती।

 

बिना सूचना दी गई दबिस:-
बलियार घाट में बीती रात सोन घडिय़ाल टीम पर हमला करने वाले रेत माफियाओं के संबंध में जब पुलिस से जानकारी चाही गई तो उन्होने बताया कि इस संबंध में विभाग द्वारा पूर्व में कोई सूचना नही दी गई थी। जबकि गत वर्ष शहडोल जिले के एक रेत माफिया द्वारा पटवारी पर वाहन चढ़ा देने की घटना के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया था कि ऐसे अवैध कार्यो को रोंकने के लिए संबंधित विभाग पुलिस की टीम के साथ मौके पर दबिस देगा लेकिन सीधी जिले में सरकार का यह आदेश प्रभावहीन रहा। हैरानी की बात यह है कि पुलिस को जहां सोन घडिय़ाल टीम द्वारा कार्रवाई के संबंध में कोई सूचना नही दी गई वहीं टास्कफोर्स टीम को भी किसी तरह की सूचना नही दी गई। सूत्र बताते है कि यह टीम यहां माफियाओं से सेटिंग बनाने के उद्देश्य से पहुंची थी जिसके चलते यह घटना हुई।

इनका कहना हैं-
सोन घडिय़ाल सीधी के वन रक्षक द्वारा शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात बलियार घाट में दबिस के दौरान रेत माफियाओं द्वारा मारपीट किये जाने की शिकायत दर्ज कराई गई है। वनकर्मियों के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
शेषमणि मिश्रा,
थाना प्रभारी कमर्जी

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