आई मकानों में दरारें इंदौर-खंडवा फोरलेन की सुरंगों के विस्फोट से
ग्रामीण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसरों से मकानों मेें हुए नुकसान का मुआवजा मांग रहे है,लेकिन अब तक उनकी सुनवाई नहीं हो पाई है। ग्रामीणों का कहना है कि विस्फोट के समय पत्थर भी उड़कर आते है। इससे घायल होने का खतरा भी बना रहता है।
रात में लगातार सुरंगों में काम किए जाने के कारण मशीनों की आवाजें होती है। इससे नींद भी खराब होती है। अफसरों का कहना है कि सुरंगों का काम अब पूरा होने वाला है। ग्रामीणों को विस्फोट के कारण आपत्ति है। जिन भवनों में नुकसान हुआ है। उसकी मरम्मत भी कराई जा रही है।
दस से ज्यादा घरों में दरारें
तलाई नाका बस्ती में रहने वाले प्रवीण कुशवाह ने बताया कि दो साल पहले ही उन्होंनेे मकान बनाया था, लेकिन विस्फोट के कारण धरती में कंपन होता है। इससे मेरे मकान के दो कमरों में दरारें आ गई है। अब बारिश में पानी घर के भीतर आने का डर भी रहेगा। इस बस्ती में रहने वाले एक परिवार के मकान मेें दरारों से आर-पार दिखाई देता है। दरारों से धूप की किरणें घर में आने लगी है।
204 किलोमीटर लंबाई में बन रहा फोरलेन हाइवे
इंदौर से खंडवा होते हुए इच्छापुर तक एनएचएआई फोरलेन हाइवे बना रहा है। 25 किलोमीटर के घाट सेक्शन वाले हिस्से में तीन सुरंगें बनाई जा रही है। चट्टानों को नियंत्रित विस्फोट की मदद से तोड़ा जा रहा है। फिलहाल घाट सेक्शन में ही काम बचा हुआ है। जिसे पूरा होने में सालभर का समय लग सकता हैै।