सीढ़ियों पर बीजेपी विधायको ने विधानसभा में फर्श पर सो कर गुजारी रात, सुबह में भी बैठे हैं
रांची। झारखंड के राजनीतिक सफर में बुधवार की रात ने एक नया अध्याय जोड़ दिया है।एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के तहत भाजपा के विधायकों ने बुधवार की पूरी रात विधानसभा परिसर में गुजारा है। जबकि सुबह भी भाजपा विधायको की विधानसभा परिसर में ही हुई है। विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन यानी बुधवार को सदन में भाजपा विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अनुबंध कर्मियों के स्थाईकरण के मुद्दे पर जवाब की मांग कर रहे थे।
जवाब नहीं मिलने पर भाजपा विधायकों ने निर्णय लिया कि जब तक मुख्यमंत्री सदन में जवाब नहीं देते हैं वह सदन से बाहर नहीं जाएंगे। इस तरह बुधवार की शाम को सदन की कार्रवाई गुरुवार ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई ।लेकिन भाजपा विधायक सदन के अंदर डटे रहे।
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मांग हुई तेज डीपीओ के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की
सदन के अंदर रहने वाले विधायको में सुनीता चौधरी,पुष्पा देवी ,नीरा यादव ,अपर्णा सेनगुप्ता,अमर कुमार बाउरी,बिरंची नारायण,सी पी सिंह,नीलकंठ सिंह मुंडा,भानु प्रताप शाही,रणधीर सिंह,अमित मंडल,आलोक चौरसिया,नवीन जयसवाल,लंबोदर महतो, किशुन दास,कुशवाहा शशिभूषण मेहता,समरी लाल,अनंत ओझा,राज सिन्हा,रामचंद्र चंद्रवंशी,नारायण दास,केदार हाजरा
कोचे मुंडा शामिल थे।इस दौरान सदन के अंदर की बिजली भी काट दी गई।
बिजली काटने के बावजूद बावजूद भाजपा विधायक सदन के अंदर फर्श पर बैठे रहे। घंटो गुजर जाने के बाद रात लगभग 10:15 बजे विधानसभा के मार्शल ने विधायकों को एक-एक करके सदन से बाहर विधानसभा के कैंपस में लाया। इस दौरान कोई भी विधायक सदन के बाहर निकलने को तैयार नहीं थे।
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काफी मशक्कत के बाद कई मार्शल ने एक-एक करके सभी भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकाला।बाद में सभी विधायकों का मेडिकल चेकअप कराया गया। सभी विधायको ने पूरी रात विधानसभा परिसर में फर्श पर रात गुजारी। सुबह तक सभी विधायक विधानसभा परिसर में ही मौजूद है।
गौरतलब है कि विपक्ष के विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 5 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देने तथा अनुबंध कर्मियों को अस्थाई करने समेत जेएमएम के 15 वादों पर जवाब मांग रहे थे। हालांकि मुख्यमंत्री ने सदन में कहा था कि वह विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे। इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी का कहना था कि मुख्यमंत्री सत्र के अंतिम दिन का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे बोलकर निकल जाए।
इधर धरना देर है भाजपा विधायकों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार की शाम 5 बजे पहुंचे थे। मुख्यमंत्री का कहना था कि उनकी मांगों पर सरकार विचार कर रही है। सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा। लेकिन भाजपा विधायक झामुमो के सभी वादों को पूरा करने की मांग को दोहराते रहे।