देश में भाजपा विदेश में राहुल गांधी और आरोप लगा घेरने में जुटी
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपने तीन दिनी अमेरिकी दौरे पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी जो बयान दे रहे हैं या उनकी जो तस्वीरें साझा की जा रही हैं, उन पर भाजपा आईटी सेल बारीक नजर रख रही है। यही नहीं मौका मिलते ही भाजपा के लोग राहुल को घेरने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है।
इसे लेकर भाजपा नेताओं ने सवाल खड़े करने शुरु कर दिए हैं और आरोप लगाए जा रहे हैं कि इन तस्वीरों में राहुल के साथ भारत विरोधी विचार रखने वाली इल्हान उमर भी नजर आ रही हैं। इसी बात पर भाजपा लगातार राहुल गांधी पर निशाना साध घेरे में लेने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी सत्ता में आने के लिए उतावले हैं, इसी कारण वो कोई भी कट्टरपंथी इस्लामिक इल्हान उमर जैसों से मुलाकात कर सकते हैं।
वहीं भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने वायरल फोटो पर लाल घेरे को इंगित करते हुए कहा, कि लाल घेरे में यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने वालों का समर्थन करती हैं। आरोप लगाते हुए वो आगे कहते हैं कि अमेरिका में राहुल गांधी जी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं।
इसी प्रकार का आरोप और बयान भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने दिया है, जो कह रहे हैं कि कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में इल्हान उमर से मुलाकात की है। इसी के साथ बताया गया है कि राहुल की यह मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई थी, जिसकी मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की।
मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अतिरिक्त सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल रहे हैं। यहां बताते चलें कि इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं।
वो अमेरिकी कांग्रेस की 2019 से डेमोक्रेट सदस्य हैं और खास बात यह है कि वा पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद तक पहुंचीं हैं। उन्हें संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला का खिताब भी हासिल है। इस समय वो अमेरिका में अपने इजराइल विरोधी रुख के कारण चर्चाओं में हैं।