अपने पुराने स्कूल को कहा धन्यवाद निशेत ने समर्थन के लिए
नई दिल्ली। भारतीय शटलर नितेश कुमार ने अपने पुराने स्कूल, नेवी चिल्ड्रेंस स्कूल, विजाग को उनके कठिन समय में मिले समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है। हाल ही में पेरिस पैरालंपिक 2024 में पैरा-बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीतने वाले नितेश, जिन्होंने पुरुष एकल एसएल 3 श्रेणी में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 18-21, 23-21 से हराकर स्वर्ण पदक जीता, ने इस जीत को देश और अपने स्कूल को समर्पित किया।
इस मौके पर नितेश ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा, सफलता पर ध्यान केंद्रित न करें, बल्कि अपने विकास और मेहनत पर ध्यान दें। खुद पर विश्वास रखें और अपने सपनों का पीछा करें।नितेश ने कहा, यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैंने पेरिस पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीता। इस सफलता में एनसीएस विजाग का बड़ा योगदान है। मेरे सबसे कठिन समय में, जब मैं अपनी दुर्घटना के बाद स्कूल में दाखिल हुआ, मेरे प्रिंसिपल और केमिस्ट्री टीचर ने मुझे ढांढस बंधाया और लगातार मेरा समर्थन किया।
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नितेश ने बताया कि स्कूल में रहते हुए वह खेलों में ज्यादा रुचि नहीं रखते थे, लेकिन वहां की अद्वितीय खेल संस्कृति ने उन्हें प्रेरित किया। नितेश ने कहा, स्कूल के दिनों में मैं खेल के मैदान के बाहर से साथी छात्रों का समर्थन करता था, लेकिन आज पैरालंपिक में जब मुझे अपने स्कूल समुदाय का समर्थन मिला, तो मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ।
नितेश जल्द ही अपने स्कूल का दौरा करने और अपनी जीत का जश्न छात्रों और शिक्षकों के साथ मनाने की योजना बना रहे हैं। एनसीएस विजाग की पूर्व प्रिंसिपल निकिता तोमर मान, जो अब नोएडा के इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल हैं, ने नितेश की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, एक शिक्षक के रूप में मेरे लिए इससे बड़ी संतुष्टि की कोई बात नहीं हो सकती कि नितेश जैसे छात्र ने अपनी सफलता में मेरी छोटी सी भूमिका को याद किया।
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यह किसी भी शिक्षक के लिए गर्व की बात है। भारत ने इस पैरालंपिक में कुल पांच पदक जीते, जिनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। यह पैरालंपिक खेलों के किसी भी संस्करण में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। खास बात यह है कि इस बार भारत ने पहली बार महिलाओं की स्पर्धाओं में भी पोडियम हासिल किया।