प्रदूषण अमला बेसुध बायोमेडिकल का वेस्ट मटेरियल नालियों में
पोल खोल पोस्ट सिंगरौली
जिला मुख्यालय के ताली मार्ग में आशा पॉली क्लिनिक एवं डे- केयर सेन्टर व अल्ट्रासाउंड सेन्टर के समीप सैकड़ों निडील, सिरिंज कॉटन हैं इसके गवाह जिला मुख्यालय बैढ़न में बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण के नाम पर कोई ठोस इंतजामात क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण के अमले के द्वारा नही कराया जा रहा है। जिसके चलते बायोमेडिकल वेस्ट का मटेरियल क्लिनिकों को इर्द-गिर्द फेंक दिया है। जहां मवेशियों के लिए सबसे बड़ा घातक है।
गौरतलब है कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर उसपर नियंत्रण पाने के लिए एनजीटी का सख्त निर्देश है कि किसी भी हालत में सॉलिड, लिक्विड एवं बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए सख्त निर्देश है और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अमला सिंगरौली को यह भी निर्देश है कि इन सभी वेस्ट मटेरियल के निस्तारण के लिए ईटीपी व एसटीपी हरहाल में लगाना है। इसके बावजूद प्रदूषण नियंत्रण अमला के साथ-साथ सीएमएचओ के भी बेसुध होने का आरोप है।
और ज्यादा न्यूज़ देखने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें l
ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 86 लाख रु. की ठगी, तीन गिरफ्तार
आलम यह है कि सीएमएचओ व सिविल सर्जन दफ्तर के समीप करीब 300 मीटर दूरी पर सॉलिड, लिक्विड व अन्य वेस्ट एवं अन्य मेडिकल संबंधित मटेरियल आशा पॉली क्लिनिक व सुशीला मैटेर्निटी क्लीनिक व अल्ट्रासाउंड सेन्टर के समीप नाली में ब्लड से भरे सिरिंज, कॉटन, यूरिन का अन्य डिब्बा फेंक दिया गया है। जहां खतरे को सीधे संकेत है। फिर भी खण्ड स्तरीय प्रशासन अंजान बना हुआ है।
इनका कहना:-
इस संबंध में आप से जानकारी मिली है कि वेस्टेज मटेरियल फें का जा रहा है। इसमें ननि आयुक्त को कार्रवाई कर सील करनी चाहिए।
डॉ. एनके जैन
सीएमएचओ, सिंगरौली
इनका कहना:-
इस संबंध में सीएमएचओ को ननि से पत्राचार किया गया है। बायोमेडिकल वेस्ट के संबंध में कार्रवाई करने का अधिकार सीएमएचओ को है। नगर निगम केवल स्वच्छता को लेकर केवल जुर्माना कर सकता है और यह कार्रवाई की जावेगी।
डीके शर्मा
आयुक्त, नपानि सिंगरौली