फर्जी पुलिस बनकर उगाही करने वाले को मझौली पुलिस ने पकड़ा,अपराध पंजीबद्ध कर की कार्यवाही।
फर्जी पुलिस बनकर उगाही करने वाले को मझौली पुलिस ने पकड़ा,अपराध पंजीबद्ध कर की कार्यवाही।
संजय सिंह मझौली पोल खोल
फर्जी बर्दीधारी पुलिस को मझौली पुलिस ने पकड़कर जेल कर अपराध पंजीबद्ध किया है।थाना मझौली से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी रामकुमार साकेत पिता बृजलाल साकेत उम्र 23 वर्ष साकिन चरकवार थाना ब्योहारी जिला शहडोल (म.प्र.) का निवासी है जिसके संबंध में 28 सिंतम्बर को मुखविर सूचना मिली कि ग्राम माटा मुनगहा टोला में काशीराम साकेत के कियोस्क दूकान के सामने पुलिस की वर्दी पहने हुए एक फर्जी पुलिस वाला मोटर साइकल लेकर खडा है। उक्त मुखविर की सूचना पर प्रआर 523 बृजेश पनिका,आर. चालक 631 अलताज मंसूरी को अवगत कराया गया और मुखविर सूचना की तस्दीक हेतु ग्राम ताला से रवाना होकर ग्राम माटा मुनगहा टोला में काशीराम साकेत के कियोस्क दूकान के पास पहुंचे और देखे तो सूचना सही निकली और कियोस्क दूकान के सामने एक व्यक्ति उम्र करीबन 22 – 23 वर्ष पुलिस की खाकी वर्दी पहने हुए मिला।उक्त व्यक्ति खाकी की फुलवाह की वर्दी जिसके दोनो कंधो पर म.प्र.पुलिस का बैच लगा हुआ था।
दाहिने जेब में रामकुमार भारती का नेम प्लेट तथा वर्दी में व्हीसिल कार्ड व बाये बाजू में लेनयार्ड की मोनो लगी हुई थी एवं खाकी फुल पैन्ट,कमर में काला बेल्ट जिसमें सामने म.प्र.पुलिस का बक्कल युक्त , काला जूता एवं खाकी मोजा पहना हुआ मिला।जिससे नाम पता पूंछा गया तो अपना नाम रामकुमार साकेत पिता बृजलाल साकेत उम्र 23 वर्ष साकिन चरकवार थाना ब्योहारी जिला शहडोल (म.प्र.) का होना बताया एवं अपना मोबाइल न. 9303185327 बताया। जिससे संदेही उक्त को धारा 94 बीएनएसएस की नोटिस देकर वैध रूप से वर्दी धारण करने एवं भर्ती सर्टीफिकेट की मांग की गई, परंतु कोई वैध कागजात प्रस्तुत नही किया व वही पर मौजूद कियोस्क संचालक काशीराम साकेत ने बताया कि यही व्यक्ति मुझसे 10 माह पहले पुलिस की वर्दी पहनकर आया था और पुलिस का रौब दिखाकर 3500 रूपये अपने खाते में डलवाया था।
आज पैसा मांगा तो पुलिस का धौंस दिया कि मैं थाना में बंद करवा दूगां जिससे संदेही का यह कृत्य लोक सेवक के पद का प्रतिरूपण कर कपट पूर्वक आशय से लोक सेवक की वर्दी एवं टोकन धारण कर दुर्पयोग कर धारा 204,205,बीएनएस 2023 के तहत दण्डनीय अपराध पाये जाने से विधिवत पूंछतांछ व जानकारी हेतु थाना लाया गया। वापसी बाद पूंछतांछ मुताविक निर्देश वरिष्ठ अधिकारियो के अपराध सदर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
संपूर्ण कार्यवाही एसडीओपी रोशनी सिंह ठाकुर, थाना प्रभारी केदार परौहा,एस आई पीएल टांडिया, ए एस आई कमलेश त्रिपाठी प्रधान आरक्षक धीरेंद्र सिंह एवं महेंद्र सिंह पाटले के द्वारा संपादित की गई।