रीवा

बहुचर्चित हत्याकांड सुकवारिया देवी को 2 वर्ष बाद मिला न्याय,गैंगरेप कर हत्या की वारदात को दिए थे अंजाम…

बहुचर्चित हत्याकांड सुकवारिया देवी को 2 वर्ष बाद मिला न्याय,गैंगरेप कर हत्या की वारदात को दिए थे अंजाम…

मऊगंज जिले के बहुचर्चित हत्याकांड में खुलासा
21 महीने बाद दो आरोपी गिरफ्तार
हनुमना थाना के कैलाशपुर का है मामला
न्यायालय ने दिया है पुनः जांच के आदेश
पुनः जांच में पकडे गए आरोपी
गैंगरेप कर हत्या की वारदात को दिए थे अंजाम
नाबालिक सहित तीन आरोपी गिरफ्तार

रीवा: मऊगंज जिले के बहुचर्चित हत्याकांड के मामले में 21 महीने बाद बड़ा खुलासा हुआ है पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया की आरोपियों ने गैंग रेप कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था मामले में पुलिस ने अब दो सही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है दरअसल 30 जनवरी 2023 को मऊगंज जिले के बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस ने एक नाबालिक को आरोपी बना कर पुरे केस में पर्दा दाल दिया था और केस की जांच बंद कर दी थी जहा मृतका के परजनो ने शुरु से दावा करते रहे की मृतका के साथ गैंग रेप कर हत्या की गई है लेकिन पुलिस ने सही जांच नहीं की और केस को बंद कर दी जहा परजनो ने जिले से लेकर CM तक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाईं थी असर ये हुआ है न्यायालय ने दुबारा जांच करने का आदेश दिया और अब . गैंग रेप कर हत्या की वारदात सामने आई है..

 

देखिये इस गुनाह की पूरी कहानी इस रिपोर्ट में..

तत्कालीन रीवा जिला एवं वर्तमान में मऊगंज जिले के हनुमना थाना अंतर्गत ग्राम कैलाशपुर में 30 जनवरी 2023 की रात गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म एवं क्रूरता पूर्वक हत्या कर दी गई थी एवं उसके मुंह में पन्नी व मोजा डाल दिया गया था इस वीभत्स हत्याकांड के बाद प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई थी वहीं पुलिस ने भी एक नाबालिक को गिरफ्तार किया था परंतु के परिजन इस से संतुष्ट नहीं थे और परिजन मऊगंज से भोपाल तक आवेदन दे देकर लगातार न्याय की लड़ाई लड़ते रहे और आज न्याय मिलने का असर साफ तौर पर दिख रहा है. अभी और भी खुलासा हो सकता है…

 

राम लखन मृतिका का बेटा

न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस दुबारा जांच सुरु की है मऊगंज जिले के हनुमना थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल काकडे के नेतृत्व में हनुमना पुलिस टीम ने 21 अक्टूबर सोमवार को इस पुरे वारदात के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी हनुमना अनिल काकडे ने बताया कि 13 अगस्त 2024 को मृतिका के पुत्र की ओर से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन पत्र देते हुए यह आरोप लगाया है कि मेरी मां के साथ अमानवीय कृत्य कर हत्या की गई है। इस बारे में यह संदेहियों से अतिरिक्त अनुसंधान किये जानें हेतु प्रधान मजिस्ट्रेट रीवा से अनुमति प्राप्त कर विधि विरूद्ध बालक विवेकानन्द पटेल उर्फ खिल्लू से पूछताछ कर कथन लेख किया गया..

 

कुंजबिहारी तिवारी संयोजक अगस्त क्रांति मोर्चा मऊगंज

नाबालिक आरोपी ने खुलासा करते हुए दावा किया की घटना 30 जनवरी 2023 की रात आरोपी राकेश पटेल और मनोज पटेल के साथ मिलकर मृतका के घर मे चोरी करने का प्लान बनाकर घर मे घुसे थे। जहा पीडिता घर में सो रही थी अचानक आवाज़ आने के बाद पीडिता की नीद खुली तब पीडिता के साथ तीनों लोग मिलकर गैंगरेप कर जान से मार दिया था और अगले दिन शाम को राकेश व मनोज पटेल मेरे पास आए थे। कहा था कि यदि पुलिस तुम्हें पकड़ लेती है तो हम दोनों के बारे मे पुलिस को नहीं बताना नहीं तो तुम्हें जान से मार देगे..

 

रसना ठाकुर पुलिस अधीक्षक मऊगंज

बस पुलिस को इतना सुराग लगते ही मामले मे आरोपी राकेश पटेल और मनोज पटेल को 21 अक्टूबर को तलब कर कड़ी से पूछताछ किया गया तब आरोपियों ने जुर्म करना स्वीकार किये जहा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है। हत्या के मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 376, 460, 380, 201 भादवि. के तहत मामला दर्ज कर आरोपी राकेश पटेल पिता रामयज्ञ पटेल उम्र 24 वर्ष निवासी कैलाशपुर थाना हनुमना जिला मऊगंज और मनोज पटेल पिता राजमणि पटेल उम्र 30 वर्ष निवासी तेलिहा महत्मान थाना हनुमना जिला मऊगंज को गिरफ्तार किया गया..

 

मृतक महिला के बेटे की मेहनत लाई रंग

लगातार मृतक शुक्रिया देवी का पुत्र इस घटना से सदमे में था और जिस प्रकार से हत्या की गई थी वह संतुष्ट नहीं था कि एक नाबालिक आरोपी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकता है.. साथी जिसने भी देखा उसके होश उड़ गए इस प्रकार की घटना एक नाबालिक के द्वारा नहीं की जा सकती है.. परंतु पुलिस के द्वारा लगातार राजनीतिक दबाव के चलते नाबालिक को आरोपी बना दिया गया था.. जिसे लेकर मृतक के पुत्र के द्वारा न्याय की गुहार हर वह व्यक्ति से लगाई गई जहां संभवत उसे न्याय मिल सकता था.. परंतु जिस प्रकार से आज न्याय मिला है इससे यह साबित होता है कि अगर सही तरीके से अधिकारी कर्मचारी अपना काम करें तो हर पीड़ित को न्याय मिल सकता है.. फिलहाल जिस प्रकार से नया कानून बनाया गया है इसका नाम ही है न्याय संहिता तो न्याय मिलना हर इंसान को मौलिक अधिकार है…

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