सीएमओ के नाम पर रिश्वत लेते बाबू, लोकायुक्त के हांथों ट्रैप,ठेकेदार से पहले 10 प्रतिशत लिया था कमीशन,अब 6500 रुपए लेते धराया…
सीएमओ के नाम पर रिश्वत लेते बाबू, लोकायुक्त के हांथों ट्रैप,ठेकेदार से पहले 10 प्रतिशत लिया था कमीशन,अब 6500 रुपए लेते धराया…
सीधी: लोकायुक्त संभाग रीवा की टीम ने कल नगर परिषद चुरहट के स्थापना शाखा के लेखापाल विष्णुराम शर्मा को संविदाकार अभिमन्यु सिंह से 6500 रूपये रिश्वत लेते हुये धर दबोचा। ये रिश्वत बिलों के भुगतान के लिये लेखापाल द्वारा ली जा रही थी।
तत्संबंध में शिकायतकर्ता अभिमन्यु सिंह निवासी ग्राम चंदैनिया तहसील चुरहट जिला सीधी द्वारा लोकायुक्त संभाग रीवा में लिखित शिकायत की गई थी कि नगर परिषद चुरहट के प्रभारी लेखापाल विष्णुराम शर्मा द्वारा बिलों के भुगतान के लिये 6500 रूपये की मांग की गई है। उक्त शिकायत आने पर लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया। सत्यापन में रिश्वत मांगने की बात सत्यापित होने पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में कार्रवाई के लिये टीम गठित की गई। 12 सदस्यीय लोकायुक्त टीम ने कल शुक्रवार की दोपहर करीब 2:30 बजे नगर परिषद चुरहट कार्यालय के सामने आकर अपना मोर्चा संभाल लिया।
लोकायुक्त टीम का इशारा मिलने पर शिकायतकर्ता अभिमन्यु सिंह नगर परिषद चुरहट कार्यालय के अंदर दाखिल हुये। श्री सिंह स्थापना शाखा के लेखापाल विष्णुराम शर्मा को मांगी गई रिश्वत 6500 रूपये दिये। दी गई रिश्वत की नोटों का सीरियल नंबर पूर्व से ही लोकायुक्त टीम के पास मौजूद था।
रिश्वत देने के बाद शिकायतकर्ता अभिमन्यु सिंह ने बाहर मौजूद लोकायुक्त पुलिस टीम को संकेत में सूचना का इशारा किया। इशारा मिलते ही लोकायुक्त पुलिस टीम के सिविल ड्रेस में मौजूद सदस्य नगर परिषद कार्यालय के अंदर दाखिल हुये और स्थापना कक्ष में बैठे प्रभारी लेखापाल विष्णुराम शर्मा को दबोच लिया गया। लेखापाल के कब्जे से रिश्वत की 6500 रूपये नकदी जब्त की गई, इसके बाद लोकायुक्त पुलिस टीम ने रिश्वतखोर प्रभारी लेखापाल विष्णुराम शर्मा के हांथ धुलाये, जो कि नोटों में लगे पाउडर के कारण लाल हो गये।
लोकायुक्त पुलिस टीम ने प्रभारी लेखापाल विष्णुराम शर्मा की गिरफ्तारी करते हुये आगे की कार्रवाई के लिये उसे लेकर रेस्टहाउस चुरहट पहुंची। यहां देर शाम तक लोकायुक्त टीम की कार्रवाई जारी रही, बाद में व्यक्तिगत मुचलके पर प्रभारी लेखापाल को छोड़ दिया गया।
बिलों के भुगतान को लेकर मांगी गई थी रकम
इस संंबंध में शिकायतकर्ता अभिमन्यु सिंह द्वारा बताया गया कि हम पहले ही 10 प्रतिशत कमीशन बतौर 22 हजार रुपए संबंधित लिपिक को दे चुके थे लेकिन बिल के भुगतान को लेकर लिपिक विष्णुराम शर्मा द्वारा सीएमओ के नाम पर ये रिश्वत मांगी गई थी।
सीएमओ द्वारा मांगी गई थी रकम ?
इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस के समक्ष ये भी मामला आया है कि नगर परिषद चुरहट के सीएमओ आनंद मिश्रा द्वारा लिपिकों से हर काम के लिए रिश्वत मांगते हैं। जिस वजह से जो आज कार्यवाही हुई है उसमें भी लिपिक द्वारा यही उल्लेख किया गया है कि हमे सीएमओ ने कहा था इसलिए हमने ये रकम मांगी है। इसमें क्या सच्चाई है यह तो पूरी जानकारी के बाद ही सामने आएगा लेकिन सीएमओ आनंद मिश्रा की तानाशाही एवं कर्मचारियों को परेशान करने की भी जानकारी सामने आई है।