सात दिसंबर तक होगा पूरा यूपी बोर्ड-परीक्षा केंद्रों का निर्धारण
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के केंद्रों का निर्धारण अब सात दिसंबर तक पूरा किया जाएगा। पहले 28 नवंबर तक ही केंद्रों का निर्धारण किया जाना था। समय सीमा में बदलाव के पीछे कारण है कि जिलों में गठित तहसील स्तर की समिति की ओर से प्रमाणित और अपडेट की गई सूची बताई जाती है। विद्यालयों की आधारभूत ढांचा के आधार पर ऑनलाइन चयनित परीक्षा केंद्रों की सूची सार्वजनिक करते हुए जनपदीय केंद्र निर्धारण समिति के अवलोकन और परीक्षण के लिए वेबसाइट पर अपलोड करना है।
जिसके लिए पहले दो नवंबर अंतिम तिथि थी जिसे बाद में 11 नवंबर कर दिया गया था। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय इन केंद्रों की सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। समस्त प्रक्रिया को पूरा करने के बाद ऑनलाइन निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर आपत्तियों के निराकरण के बाद भी कोई आपत्ति है तो उसके निराकरण की अंतिम तिथि 2 दिसंबर है। पहले इसकी अंतिम तिथि 20 नवंबर थी। इन आपत्तियों का निराकरण करते हुए अंतिम सूची बोर्ड की वेबसाइट पर 7 दिसंबर तक जारी कर दी जाएगी। नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार अब बोर्ड की माध्यमिक कक्षाओं की परीक्षा में भी आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
यूपी बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ)-2023 के प्रावधानों के अनुरूप 20 से 25 प्रतिशत का आंतरिक मूल्यांकन लागू करने पर सहमति लगभग बन चुकी है। हालांकि यूपी बोर्ड ने वर्ष 2011-12 से ही कक्षा 9 और 10 में 30 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन लागू किया था। अब इसे कक्षा 11 और 12 में भी लागू किया जाएगा। यदि आंतरिक मूल्यांकन अगले सत्र से लागू होता है तो 2027 की इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में प्रत्येक विषय का 80 या 75 नंबर का प्रश्नपत्र होगा।